बाबुल बन कन्यादान करते हैं ट्रस्टी, महिलाओं को पैरों पर भी खड़ा कर रहे

महानगर में एक ऐसा धार्मिक अस्थान है जो समाज में आपसी भाईचारा बनाए रखने के लिए प्रेरणा दे रहा है। इस धार्मिक स्थल में हर वर्ष सर्वधर्म संत सम्मेलन का आयोजन किया जाता है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 08:13 PM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 12:00 AM (IST)
बाबुल बन कन्यादान करते हैं ट्रस्टी, महिलाओं को पैरों पर भी खड़ा कर रहे
बाबुल बन कन्यादान करते हैं ट्रस्टी, महिलाओं को पैरों पर भी खड़ा कर रहे

कमल कोहली, अमृतसर

महानगर में एक ऐसा धार्मिक अस्थान है जो समाज में आपसी भाईचारा बनाए रखने के लिए प्रेरणा दे रहा है। इस धार्मिक स्थल में हर वर्ष सर्वधर्म संत सम्मेलन का आयोजन किया जाता है, जहां पर हर धर्म के संत समाज शामिल होकर समाज को एक सूत्र में पिरोते हैं। यह धार्मिक स्थल श्री आरती शिव दुर्गा मंदिर के नाम से विख्यात है, जो करतार नगर छेहरटा में स्थित है। यह संत सम्मेलन मंदिर के प्रमुख परम संत आरती देवा के सान्निध्य में वर्ष 1988 से करवाए जा रहे हैं।

इस सम्मेलन को करवाने का उद्देश्य यहीं है कि हर भक्त को हर धर्म के बारे में ज्ञान मिले। परम संत आरती देवा का मानना है कि हर धर्म हमें एक सूत्र में पिरोता है, इसलिए इस सर्वधर्म संत सम्मेलन की शुरुआत की गई। संत सम्मेलन में सनातन धर्म, जैन, बौद्ध, क्रिश्चियन, मुस्लिम, अमृतधारी, नामधारी, निरंकारी, नीलधारी व अन्य मठों के विद्वान शामिल होते हैं। वर्ष 1982 से अब तक ट्रस्ट करीब 1200 से अधिक परिवारों की बेटियों की शादी करवा चुका है। इसमें ट्रस्टी बाबुल बनकर कन्यादान करते हैं। यह शादियां हर वर्ष सावन माह में सक्रांति को होती हैं। पूरा खर्च ट्रस्ट उठाता है तथा उनको घरेलू सामान भी दिया जाता हैं।

परम संत आरती देवा का कहना हैं कि धार्मिक प्रवृत्ति के साथ जुड़कर ही हमारे भीतर समाज की सेवा करने का ज्ञान प्राप्त होता हैं। हमें हमेशा धार्मिक प्रवृत्ति के साथ जुड़कर समाज की सेवा करनी चाहिए। जहां सेवा होती है वहां प्रभु का आशीर्वाद प्राप्त होता हैं। जरूरतमंद परिवारों की लड़कियों की शादी करवाना भी प्रभु का आशीर्वाद है। यह सब भक्तों के आशीर्वाद से ही संभव होता हैं। इसके अलावा ट्रस्ट ने वर्ष 1999 में श्री राम तीर्थ आश्रम के पास पंडित नानक चंद माता-पिता वृद्ध आश्रम की स्थापना की थी। यहां पर ट्रस्ट द्वारा बेसहारा बुजुर्गो को सहारा दिया जाता है। ट्रस्ट द्वारा वर्ष 2000 में बनाए गए सिलाई केंद्र में अब तक हजारों लड़कियों को परीक्षण लेकर अपने पैरों पर खड़ा किया जा चुका है। गोवंश की सेवा और लोगों की आंखों के आपरेशन भी करवा रहे

ट्रस्ट ने माता कौशल्या देवी हेल्थ केयर व डायग्नोस्टिक सेंटर भी बनाया हुआ हैं, जहां पर जरूरतमंद परिवारों के उपचार तथा टेस्ट किए जाते हैं। इसके अलावा एक गोशाला भी ट्रस्ट ने बनाई हुई हैं, जहां बेसहारा गोधन को रखा जाता है। हर महीने ट्रस्ट दो लोगों की आंखों के आपरेशन करवाया ओम प्रकाश आइ अस्पताल व जय कमल आइ अस्पताल से निश्शुल्क करवाया है।

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