दुकानदारों का मंदी पर चल रहा व्यापार, सरकार से मदद की उम्मीद

शास्त्री मार्केट में कपड़ों का व्यापार काफी होता है। इस मार्केट में करोड़ों रुपये का कारोबार होता है पर इस समय यह मार्केट मंदी के दौर में गुजर रही है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 12:00 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 12:00 PM (IST)
दुकानदारों का मंदी पर चल रहा व्यापार, सरकार से मदद की उम्मीद
दुकानदारों का मंदी पर चल रहा व्यापार, सरकार से मदद की उम्मीद

कमल कोहली, अमनदीप, अमृतसर : शास्त्री मार्केट में कपड़ों का व्यापार काफी होता है। इस मार्केट में करोड़ों रुपये का कारोबार होता है पर इस समय यह मार्केट मंदी के दौर में गुजर रही है। वर्ष 2020 से दो सीजन बिल्कुल बर्बाद हो गए। अब तीसरा सीजन शुरू होने की संभावना थी, परंतु सरकार द्वारा तीसरी लहर का भय भी इस सीजन को मंदी की ओर धकेल रहा है। इस समय दुकानदारों के खर्चे निकलना मुश्किल हो रहा है। बाजार में टूरिस्ट बिल्कुल नहीं है। दूसरे प्रदेशों से भी ग्राहक नहीं आ रहे हैं। सरकार ने कोई भी सहायता कारोबारियों की नहीं की है। ऐसी परिस्थिति में दुकानदार कर्मचारियों में अपने खर्चे निकालने में असमर्थ होते जा रहे हैं।

कोविड-19 व्यापार को मंदी की ओर धकेल दिया है। टैक्स समय अनुसार लिए जा रहे हैं। व्यापार बिल्कुल नहीं है। दुकानों के खर्चे निकलना भी मुश्किल हो रहा है। सरकार ने किसी तरह की कोई मदद नहीं की है। सरकार को व्यापारियों की मदद करनी चाहिए थी ताकि उनको कुछ राहत मिलती।

प्यारे लाल सेठ, प्रधान शास्त्री मार्केट एसोसिएशन समस्याएं गंभीर हैं इसलिए तो सीजन नहीं लगे हैं। मंदी के दौर में दुकानदार हैं। सरकार की ओर से कोई सहायता नहीं मिली है। शास्त्री मार्केट में हर एक दुकानदार प्रभावित हुआ है। दुकानदारों के खर्चे निकलना भी मुश्किल हो रहा है।

एसके वधवा, महासचिव शास्त्री मार्केट एसोसिएशन हर एक वर्ग परेशान है। मंहगाई पहले से अधिक है। दुकानदार कर्मियों को वेतन तक नहीं दे पा रहे। कई दुकानदार कर्मचारी भी हटा रहे हैं जो कि बेरोजगारी का कारण बनता जा रहा है। दुकानदार खुद भी खर्चे निकालने में असमर्थ होते जा रहे हैं।

ललित कपूर, दुकानदार किसी भी सरकार ने कारोबार की सुध नहीं ली है। केंद्र हो जा स्टेट गवर्नमेंट किसी भी सरकार ने व्यापारियों को कोई राहत पैकेज नहीं दिया है। बैंकों के कर्जे व अन्य खर्चे निकालना अब असंभव होता जा रहा है। कारोबार के बहुत से आर्डर मिलने शुरू हो गए हैं। लेकिन किसी लहर के कारण अभी सभी डरे हुए हैं।

सतीश मेहरा, दुकानदार शास्त्री मार्केट में पार्किंग की समस्या गंभीर है। इस मार्केट के लिए पार्किंग स्थल बनाना चाहिए। टेलीफोन एक्सचेंज के पास पार्किंग स्थल बनाना चाहिए। दुकानदार पहले ही कोविड-19 के कारण परेशान है। कारोबार बिल्कुल नहीं चल रहा है। सरकार को राहत देनी चाहिए।

पंकज कपूर, दुकानदार समस्याएं जटिल है। दुकानदार दुकानों में आते हैं। सिर्फ समय व्यतीत होता है। ग्राहक भी नहीं है। ऐसी परिस्थिति में दुकानों के खर्चे निकालना अब दुकानदारों के पास में नहीं है। सरकार को दुकानदारों की सुध लेनी चाहिए।

संजय गुप्ता, दुकानदार कपड़े का व्यापार सीजन पर आधारित होता है। तीसरा सीजन अब खराब होने जा रहे हैं। लागत पूंजी भी अब प्रभावित हो रही है। कई उद्योगपतियों के खर्चे भी नहीं निकल रहे हैं। कर्मचारी बेकार हो रहे हैं। दुकानदार अपनी खर्चों से परेशान हैं। सरकार ने किसी तरह की कोई सुध नहीं ली।

राकेश बत्रा, दुकानदार हालात यदि ऐसे ही रहे तो व्यापार बिल्कुल ठप हो जाएगा। कारोबार रीढ़ की हड्डी होता है। यदि रीढ़ की हड्डी टूट जाए तो व्यापार कैसे चलेगा। व्यापार चलाने के लिए सरकार को आर्थिक पैकेज देना चाहिए। स्कूलों के खर्चे, घरों के खर्चे, दुकानदारों के खर्चे निकालना अब मुश्किल हो गया है।

बांके लाल, दुकानदार ऐसी परिस्थितियां बन चुकी हैं कि दुकानों के खर्चे निकलना अब दुकानदारों की पहुंच से बाहर हो गया है। कई कारोबार बंद होने की कगार पर है। सरकार को ऐसी रणनीति बनानी चाहिए। जिससे कारोबार प्रफुल्लित हो सके। बिजली की तारों का जाल भी मार्केट में बिछा हुआ है जो की चिता का विषय है।

चमनलाल, दुकानदार दुकानों पर काम करने वाले कर्मियों के लिए भी कोरोना ने समस्या बढ़ा दी है। हालात यदि ऐसे रहे तो दुकानदार अपने कर्मचारियों के खर्चे तक नहीं निकाल पाएंगे। सरकार को दुकानदारों व प्राइवेट कर्मचारियों की मदद करनी चाहिए।

बीजू प्रसाद दुकानदार कर्मी

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