प्रकाश पर्व को लेकर अब खुले पंडाल में नहीं, गुरुद्वारा मंजी साहिब दीवान हाल में होंगे कार्यक्रम

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400 वर्षीय प्रकाश पर्व को लेकर भाई गुरदास की नगर न्यू अमृतसर में आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रम को स्थगित कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 06:00 AM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 06:00 AM (IST)
प्रकाश पर्व को लेकर अब खुले पंडाल में नहीं, गुरुद्वारा मंजी साहिब दीवान हाल में होंगे कार्यक्रम
प्रकाश पर्व को लेकर अब खुले पंडाल में नहीं, गुरुद्वारा मंजी साहिब दीवान हाल में होंगे कार्यक्रम

जागरण संवाददाता, अमृतसर: शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400 वर्षीय प्रकाश पर्व को लेकर भाई गुरदास की नगर न्यू अमृतसर में आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रम को स्थगित कर दिया है। अब यह प्रोग्राम श्री हरिमंदिर साहिब कांप्लेक्स स्थित गुरुद्वारा मंजी साहिब दीवान हाल में होंगे। एसजीपीसी की अध्यक्ष बीबी जगीर कौर ने कहा कि कोरोना के बढ़ रहे प्रभाव को देखते हुए सरकार के अधिकारियों और मुख्य सचिव पंजाब सरकार के साथ हुई बातचीत के बाद यह फैसला लिया गया है। मंजी साहिब दीवान हाल में होने वाले कार्यक्रमों को लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा ताकि संगत घर में ही बैठकर कार्यक्रम देख सके। बीबी जगीर कौर एसजीपीसी कार्यालय में पत्रकार वार्ता के दौरान संबोधित कर रही थी। जगीर कौर ने कहा कि शताब्दी कार्यक्रम 29 अप्रैल से एक मई तक टेलीकास्ट किए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि एसजीपीसी के अस्पतालों और गुरुराम दास अस्पताल वल्ला और बाबा बुड्ढा अस्पताल और गुरुराम दास मेडिकल कालेज में रोगियों को बढि़या सेहत सेवाएं दी जा रही हैं। अस्पताल की ओर से कोरोना से पीड़ित 900 से अधिक रोगियों का इलाज किया जा चुका है। जगीर कौर ने कहा कि कोरोना मरीजों के इलाज में आक्सीजन बड़ी मुसीबत बन रही है। इसके लिए सरकार को प्रबंध करने चाहिए। कुछ संस्थाएं सिख मर्यादा का उल्लंघन कर रहीं, सरकार रोक लगाए

बीबी जगीर कौर ने आगे कहा कि कथित सत्कार कमेटियों के नाम पर कुछ संस्थाएं सिख मर्यादा का उल्लंघन कर रही हैं। सरकार को भी इन संस्थाओं पर रोक लगानी चाहिए जबकि सरकार के कुछ लोग इनको संरक्षण दे रहे हैं। मुकेरियां के गांव पंडोरी में इसी तरह की एक संस्था की ओर से भगत रविदास के स्थान में धक्केशाही की गई। इसकी एसजीपीसी निदा करती है। इस दौरान उनके साथ मुख्य सचिव एसजीपीसी हरजिदर सिंह धामी, मेंबर भाई राम सिंह, अमरीक सिंह, प्रताप सिंह, कुलविदर सिंह रमदास, सिमरजीत सिंह , सुखबीर सिंह और मलकीत सिंह आदि भी मौजूद थे।

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