दो सिखों को मारने की एसजीपीसी ने की निदा, कार्रवाई की मांग
एसजीपीसी ने उत्तराखंड के कस्बा रुद्रपुर मे दो सिख युवाओं गुरभेज सिंह और गुरकीरत सिंह को गोलियां मारने की सख्त शब्दों में निदा की है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की अध्यक्ष बीबी जगीर कौर ने उत्तराखंड के कस्बा रुद्रपुर के नजदीक गांव प्रीत नगर के रहने वाले दो सिख युवाओं गुरभेज सिंह और गुरकीरत सिंह को गोलियां मारने की सख्त शब्दों में निदा की है। एसजीपीसी ने इस घटना के आरोपितों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।
जगीर कौर ने कहा कि इंटरनेट मीडिया के माध्यम से यह मामला सामने आया है कि जिसमें दो सिख युवाओं को मौत के घाट उतार दिया गया है। किसी को भी इस तरह मारना गलत है। देश में सिखों के साथ ऐसा व्यवहार अल्पसंख्यकों को दबाने वाला है। इसे सहन नहीं किया जाएगा। उत्तराखंड सरकार से मांग की जाती है कि आरोपितों को सख्त सजा दी जाएं और वहां अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को यकीनी बनाया जाए। इस मामले संबंधी सिख मिशन काशीपुर के इंचार्ज और प्रचारकों को घटना स्थान पर जाकर रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया है। जत्थे को मंजूरी न देकर पाक सरकार ने सिखों की भावनाओं से खिलवाड़: जगीर कौर
वहीं पाकिस्तान की सरकार द्वारा महाराजा रणजीत सिंह बरसी पर एसजीपीसी के जत्थे को स्वीकृति न देने की बीबी जगीर कौर ने निदा की है। उन्होंने कहा कि पाक सरकार के इस रवैये से सिखों की भावनाओं को ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा कि वीजा की प्रक्रिया शुरू होने से पहले जत्था न भेजे जाने की जानकारी पाक सरकार की ओर से दी जानी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और भारत की सरकारें सिखों की भावनाओं को नजरअंदाज करके ऐसे फैसले ले रही है। पाकिस्तान सरकार ने लगातार दो जत्थों को स्वीकृति नही दी है। जिस से संगत काफी निराश हुई है। पाकिस्तान स्थित सिख गुरुद्वारों के दर्शन करने के लिए सभी सिखों के अंदर खींच होती है। सरकारों को संगत की भावनाओं की कदर करनी चाहिए।