सिखों के जत्थे को रोकने का फैसला आंखों में चुभता रहेगा: जगीर कौर
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की अध्यक्ष बीबी जगीर कौर ने कहा कि सिखों ने देश के लिए बहुत कुर्बानियां दी हैं। इतिहास इस बात का गवाह है।
जासं, अमृतसर : शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की अध्यक्ष बीबी जगीर कौर ने कहा कि सिखों ने देश के लिए बहुत कुर्बानियां दी हैं। इतिहास इस बात का गवाह है। बावजूद मौजूदा सरकारें इसे नजरअंदाज कर रही हैं। गुरुद्वारों को महंतों से आजाद करवाने के लिए ननकाना साहिब में सिखों की कुर्बानियां एक इतिहास है। एसजीपीसी के जत्थे के श्रद्धालुओं को केंद्र सरकार की ओर से पाक नहीं जाने देना अति निदनीय है। केंद्र सरकार का यह निर्णय सिखों की आंखों में हमेशा चुभता रहेगा। बीबी जगीर कौर हरियाणा के कैथल जिले के गांव हाबड़ी में एसजीपीसी की ओर से साका ननकाना साहिब की याद में रविवार की शाम आयोजित किए गए कार्यक्रम के दौरान संबोधित कर रही थीं। वहां एसजीपीसी की ओर से विशाल गुरमति कार्यक्रम करवाया गया। गुरुद्वारा सुधार लहर के नेता जत्थेदार करतार सिंह झब्बर का परिवार देश के बंटवारे के बाद इसी गांव में आकर रहने लगा था। इसलिए एसजीपीसी ने गांव हाबड़ी में यह कार्यक्रम रखा।
जगीर कौर ने कहा कि जब भी देश-विदेशों में कोई आफत आई, सिखों ने हमेशा गुरु साहिब की शिक्षा पर चलते हुए मानवता के कल्याण, भलाई और सुविधा के लिए काम किया। फिर भी सिख कौम को नजरअंदाज किया जाना सही नहीं है। इस दौरान बीबी जगीर कौर ने हाबड़ी के गुरुद्वारा साहिब के लिए वित्तीय सहायता का एलान भी किया। कार्यक्रम में रागी, ढाडी और कविशर जत्थों ने गुरमति विचार साझा किए। इस दौरान अलग-अलग धार्मिक नेताओं को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर जत्थेदार झब्बर के पोते जोगराज सिंह, कार्यकारिणी के सदस्य हरभजन सिंह, भुपिदर सिंह, जलगसीर सिंह मांगेआणा, बलदेव सिंह खालसा, शरणजीत सिंह, महिदर सिंह, बलकार सिंह करनाल, प्रताप सिंह, बीबी शीश कौर, जगदेव सिंह भी मौजूद रहे।