एसजीपीसी ने लखीमपुर खीरी में मारे गए किसानों के परिवारों को दिए पांच-पांच लाख

लखीमपुर खीरी की घटना में मारे गए किसानों के परिवारों से हमदर्दी प्रकट करते हुए एसजीपीसी द्वारा उनको पांच-पांच लाख रुपये की सहायता दी गई है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 08 Oct 2021 11:54 PM (IST) Updated:Fri, 08 Oct 2021 11:54 PM (IST)
एसजीपीसी ने लखीमपुर खीरी में मारे गए किसानों के परिवारों को दिए पांच-पांच लाख
एसजीपीसी ने लखीमपुर खीरी में मारे गए किसानों के परिवारों को दिए पांच-पांच लाख

जासं, अमृतसर : लखीमपुर खीरी की घटना के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों से हमदर्दी प्रकट करते हुए एसजीपीसी द्वारा उनको पांच-पांच लाख रुपये की सहायता दी गई है। एसजीपीसी व शिअद के संयुक्त शिष्टमंडल द्वारा शुक्रवार को उप्र के लखीमपुर खीरी में पहुंच कर मृतक किसानों के परिवारों के साथ मुलाकात की। एसजीपीसी अध्यक्ष जगीर कौर ने पीड़ित परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये के चेक दिए। इसके साथ ही उन्होंने मृतक किसानों के बच्चों की पढ़ाई का प्रबंध भी एसजीपीसी की ओर से करने की घोषणा की।

जगीर कौर ने मृतक पत्रकार की मां व पत्नी को ढाई-ढाई लाख रुपये के चेक दिए। लखीमपुर खीरी पहुंचे शिष्टमंडल में एसजीपीसी अध्यक्ष के अलावा शिअद के प्रतिनिधियों में सांसद हरसिमरत कौर बादल, बलविदर सिंह भूंदड़, प्रेम सिंह चंदूमाजरा, बिक्रम सिंह मजीठिया, मनप्रीत इयाली, हरमीत कालका, अजमेर सिंह खेड़ा, अमरीक सिंह, निरवैल सिंह, डा. अमरीक सिंह, बृजपाल सिंह आदि मौजूद थे। जगीर कौर ने कहा कि बीते दिन गाड़ी के नीचे कुचल कर मारे गए किसानों के साथ एसजीपीसी को हमदर्दी है। एसजीपीसी के रिटायर कर्मचारी 23 को जाएंगे सिघू बार्डर पर

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी रिटायर कर्मचारी वेल्फेयर एसोसिएशन ने मांग की है कि लखीमपुर खीरी में हुई घटना के दोषियों को कड़ी सजा दी जाए। एसोसिएशन के अध्यक्ष जोगिदर सिंह अदलीवाल ने कहा कि इस घटना में चार किसानों की मौत हो गई है। इस लिए इस मामले में दोषियों को धारा 302 के तरह गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि राजनीतिक प्रभाव के तहत असल दोषियों को बचाने की कोशिश की जा रही है। एसोसिएशन के एक जत्था किसानी आंदोलन के समर्थन में 23 अक्टूबर को दिल्ली सिघू बार्डर पर जाएगा। इस के लिए सब कमेटी भी बनाई गई है। इस दौरान राज सिंह, सतबीर सिंह, दिलजीत सिंह बेदी, रणजीत सिंह, प्रीतम सिंह पुरी, दर्शन सिंह, हरिदरपाल सिंह, महिताब सिंह जसवंत सिंह आदि भी मौजूद रहे।

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