बेअदबी के मामलों के प्रति एसजीपीसी व सरकारें नहीं है गंभीर: वडाला
सिख सद्भावना दल के मुखी बलदेव सिंह वडाला ने कहा कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी समेत सरकार भी श्री गुरु ग्रंथ साहिब की हुई बेअदबी के मामलों के प्रति गंभीर नही है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : सिख सद्भावना दल के मुखी बलदेव सिंह वडाला ने कहा कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी समेत सरकार भी श्री गुरु ग्रंथ साहिब की हुई बेअदबी के मामलों के प्रति गंभीर नही है। यही कारण है कि बेअदबी मामलों को लेकर घटनाएं बढ़ रही है। वडाला श्री गुरु ग्रंथ साहिब के गायब हुए 328 स्वरूपों की जांच की मांग को लेकर हेरिटेज स्ट्रीट में चलाए जा रहे आंदोलन संबंधी आयोजित बैठक के बाद जानकारी दे रहे थे।
वडाला ने कहा कि गायब स्वरूपों की एसजीपीसी से जानकारी दिए जाने की मांग को लेकर उनका संगठन का आंदोलन 322वें दिन में प्रवेश कर चुका है। परंतु न तो सरकार और न ही एसजीपीसी गायब स्वरूपों की जानकारी प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार और एसजीपीसी शुरू से ही बेअदबी के मामलों में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए सही रास्ता अपनाती तो आज हालात और अधिक खराब न होते।
उन्होंने दिल्ली की सरकार की ओर से गुरुद्वारा बंगला साहिब को बंद करने के जो आदेश जारी किए हैं उसे सिख कौम किसी भी कीमत पर स्वीकार नही करेगी। गुरुद्वारों की ओर से बिना किसी भेदभाव के हमेशा ही संकट में फंसी संगत और जनता की मदद की है। परंतु दिल्ली सरकार ने गुरुद्वारा बंद करने के आदेश जारी करके सिखों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। इस मुद्दे पर एसजीपीसी की चुप्पी भी कई सवाल खड़े कर रही है। उन्होंने कहा कि सिख पंथ को एसजीपीसी और दिल्ली कमेटी को अकाली दल के हाथों से मुक्त करवाने के लिए संघर्ष के मैदान में आना होगा।