ईसीएचएस में धोखा करने वाले सात निजी अस्पताल स्कीम से बाहर

मिनिस्ट्री आफ डिफेंस ने अमृतसर के सात निजी अस्पतालों को ईसीएचएस स्कीम से बाहर कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 09:00 AM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 09:00 AM (IST)
ईसीएचएस में धोखा करने वाले सात निजी अस्पताल स्कीम से बाहर
ईसीएचएस में धोखा करने वाले सात निजी अस्पताल स्कीम से बाहर

जागरण संवाददाता, अमृतसर : मिनिस्ट्री आफ डिफेंस ने अमृतसर के सात निजी अस्पतालों को ईसीएचएस स्कीम से बाहर कर दिया है। ये अस्पताल अब एक्स सर्विसमैन कंट्रीब्यटरी हेल्थ स्कीम का हिस्सा नहीं रहेंगे। इनमें मीरांकोट चौक स्थित वर्मा अस्पताल, फतेहगढ़ चूड़ियां रोड स्थित नीलकंठ अस्पताल, निरंकारी कालोनी फतेहगढ़ चूड़ियां रोड स्थित लाइफ केयर अस्पताल, रेसकोर्स रोड स्थित गुप्ता मेडिसिटी अस्पताल, मजीठा रोड स्थित आकाशदीप न्यूरो ट्रामा एड मल्टी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, मजीठा रोड स्थित मदान अस्पताल व कोर्ट रोड स्थित निज्जर स्केन एंड डायग्नोस्टिक सेंटर शामिल हैं।

दरअसल, इन अस्पतालों के संचालकों पर आरोप है कि वे ईसीएचएस स्कीम में व्यापक पैमाने पर धांधली कर रहे थे। अक्टूबर में सेना के ब्रिगेडियर एमपी उपाध्याय ने 260 पन्नों की रिपोर्ट जिला पुलिस को सौंपी थी। इसमें उपरोक्त अस्पतालों में ईसीएचएस के नाम पर चल रही कारस्तानी को उजागर किया था। जनवरी में पुलिस ने रिपोर्ट के आधार पर मीरांकोट चौक स्थित वर्मा अस्पताल के डाक्टर गौतम वर्मा, सीएमडी नीलकंठ अस्पताल डा. सुनील दत्त, लाइफ केयर अस्पताल के डा. प्रवीन कुमार, गुप्ता मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल के मालिक सुरिदर गुप्ता, आकाशदीप अस्पताल मालिक व डा. आशीष कुमार, मदान अस्पताल के मालिक राकेश मदान, निज्जर स्कैन के मालिक इंद्रबीर सिंह निज्जर, गुप्ता मल्टीस्पेशलिटी के डा. सचिन गुप्ता, डा. मनीष चंडे, नीलकंठ अस्पताल के डा. लखबीर सिंह रंधावा, नीलकंठ अस्पताल की डा. अर्षदीप कौर, मदान अस्पताल के डा. सुशील महेंद्रू, लाइफ केयर अस्पताल के डा. परमिंदर सिंह, वर्मा अस्पताल के डा. हरमीत सिंह, वर्मा अस्पताल के डा. गुरप्रीत सिंह, राजासांसी रोड के रहने वाले रिटायर्ड सूबेदार कश्मीर सिंह, तरनतारन स्थित सरली खुर्द के सलविंदर सिंह संधू, सरली कलां के रिटायर्ड सूबेदार सतविंदर सिंह, बुताला गांव के रिटा. नायक शिंदा सिंह और उसकी पत्नी प्रकाश कौर, अमरजीत सिंह, जगरूप सिंह, नीलकंठ अस्पताल के स्टाफ जतिंदर सिंह और मालमंडी स्थित जिला सैनिक बोर्ड कार्यालय के पास फोटो स्टेट की दुकान चलाने वाले बलजिंदर सिंह को नामजद किया। हालांकि बाद में पांच डाक्टरों के नाम एफआइआर से हटाए गए। अब मिनिस्ट्री आफ डिफेंस ने उपरोक्त अस्पतालों को योजना से हमेशा के लिए बाहर कर दिया है। ऐसे होता रहा घोटाला

ईसीएचएस से जुड़़े पूर्व सैनिकों को सेना के पोलीक्लीनिक से जांच करवाने के बाद निजी अस्पताल में रेफर किया जाता था, लेकिन यहां भी गड़बड़ी हो रही थी। सेना के डाक्टर कार्ड धारक को उस अस्पताल में भेजते थे, जहां से उन्हें मोटी कमीशन मिलती थी। इस बात की भनक लगने पर रेफरल सिस्टम बंद कर दिया गया और कार्ड धारकों को सीधे निजी अस्पताल में जाने की अनुमति दे दी गई। इससे निजी अस्पतालों की चांदी हो गई। निजी अस्पताल अपने कारिदों को कार्ड होल्डरों के पास भेजते। उनके कार्ड लेते और फर्जी बिल बनाकर सेना से क्लीयर करवा लेते। इसके अतिरिक्त कई फर्जी कार्ड भी तैयार करवाए गए थे। मरीज का उपचार किए बगैर ही सेना से इलाज राशि क्लेम की जाती रही। करोड़ों रुपयों का घोटाला किया गया। मिनिस्ट्री आफ डिफेंस की ओर से बड़ी कार्रवाई की गई है।

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