हाइजीन तरीके से खाना किया सर्व, ग्राहकों के विश्वास से पटरी पर लौटा कारोबार
रणजीत एवेन्यू बी ब्लाक स्थित डबल शाट काफी रास्टर की को-मालकिन उसमीत कौर ने कोरोना काल में न केवल अपने कारोबार को फिर से स्टैंड नहीं किया बल्कि ग्राहकों की पसंद का भी खास तौर पर ध्यान रखा है।
अमृतसर, जेएनएन। कोरोना वायरस के कारण दुनिया भर के लोग घरों में कैद हो गए थे। अर्थव्यवस्था घुटनों को बल आ गई थी। लोगों के कारोबार बंद हो गए। बहुत सारे लोगों का रोजगार छिन चुका था। जो कर्मचारी काम करते थे। उन्हें वेतन देने के लिए पैसे नहीं थे। मगर इन सभी हालातों में कारोबार को पहले से ज्यादा चलाना ही जिंदगी है। एेसा मानना है रणजीत एवेन्यू बी ब्लाक स्थित डबल शाट काफी रास्टर की को-मालकिन उसमीत कौर का।
उसमीत ने केवल अपने कारोबार को फिर से स्टैंड नहीं किया, बल्कि ग्राहकों की पसंद का भी ध्यान रखा। उसमीत ने बताया कि तीन महीने घर पर बैठे रहे। ऐसे में चिंता सताने लगी थी। क्योंकि उनके पास जो कर्मचारी पहले से काम कर रहे थे। उनको भी पैसों की जरूरत थी। मगर ऐसे हालातों से निपटने के लिए योजना बनाई। कैफे खोला तो किसी को भी बैठाने की इजाजत नहीं थी। ऐसे में बड़ा चैलेंज था। इसलिए सबसे पहले सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन किया। उनके पास जो भी स्टाफ था। सभी की जांच करवाते रहे।
पूरे कैफे को सुबह-शाम सैनिटाइज किया जाता था। इसके बाद आनलाइन सर्विस शुरू की। सीटिंग कैपेसिटी को कम किया। कैफे को पूरी तरह से हाइजीन रखा। जिसे ग्राहकों ने खूब सराहा। इसके साथ ही ग्राहकों को भी मैसेज दिया कि किसी को भी घर से निकलने की जरूरत नहीं। बल्कि उनके कर्मचारी घर पर ही उनका खाना पहुंचा देंगे। जिससे धीरे-धीरे गाड़ी पटरी पर आनी शुरू हुई।
सीटिंग के लिए रिजर्वेंशन शुरू की
उसमीत कौर ने बताया कि उनके पास जितनी सीटिंग कैपेसिटी थी। उसे आधा किया गया। किसी भी ग्राहक को बैठाने से पहले रिजर्वेंशन शुरू की गई। क्योंकि सीट खाली होने पर ही नए कस्टमर को बैठाया जाता था। इसके साथ ही पूरे स्टाफ की यूनिफार्म को बदल दिया। हर सप्ताह स्टाफ का ट्रेनिंग सेशन होता है। इसमें खुद को हाइजीन रखने और वायरस से बचने संबंधी जानकारी दी जाती है। इसके अलावा उनके ग्राहकों ने सुझाव भी देने शुरू किए।