भारतीयों को एक सूत्र में बांधने के लिए गुरु तेग बहादुर ने दिया आत्म बलिदान

श्री गुरु तेग बहादुर के 400 वर्षीय प्रकाश पर्व को समर्पित हाल गेट स्थित डीएवी कालेज के स्नातकोत्तर हिदी विभाग ने धर्म साधक आत्म बलिदानी चितक श्री गुरु तेग बहादुर के विषय पर एक दिवसीय इंटरनेशनल वर्चुअल सेमिनार आयोजित करवाई।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 08:04 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 08:04 PM (IST)
भारतीयों को एक सूत्र में बांधने के लिए गुरु तेग बहादुर ने दिया आत्म बलिदान
भारतीयों को एक सूत्र में बांधने के लिए गुरु तेग बहादुर ने दिया आत्म बलिदान

जागरण संवाददाता, अमृतसर : श्री गुरु तेग बहादुर के 400 वर्षीय प्रकाश पर्व को समर्पित हाल गेट स्थित डीएवी कालेज के स्नातकोत्तर हिदी विभाग ने धर्म साधक आत्म बलिदानी चितक श्री गुरु तेग बहादुर के विषय पर एक दिवसीय इंटरनेशनल वर्चुअल सेमिनार आयोजित करवाई। कालेज के प्रिसिपल डा. राजेश कुमार के कुशल प्रबंधन व विभागाध्यक्ष डा. किरण खन्ना के निर्देशन में कार्यक्रम में अंतरराष्टीय स्तर पर प्रतिष्ठित विषय विशेषज्ञों मास्को रूस से डा. इंद्रजीत मुख्य मेहमान के तौर पर जुड़े। जबकि विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से डा. शैलेंद्र शर्मा और कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से डा. कामराज संधु ने विशेष मेहमान के तौर पर जुड़कर विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में पंजाब सहित राजस्थान, उत्तर प्रदेश, नांदेड़, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, मध्यप्रदेश, नई दिल्ली, असम के साथ-साथ मास्को से लगभग 75 बुद्धिजीवी विद्वानों और शोधार्थियों ने सहभागिता की। 400 वर्ष बीत जाने के बाद भी गुरु तेग बहादुर की वाणी शिक्षा हमें संदेश देती है कि भारत की असली शक्ति विविधता में एकता है। भारत अनेक धर्मों की जन्मभूमि और अनेक संस्कृतियों की मिलन भूमि है और इन विविधताओं को एकरुपता में बांधने का कार्य गुरु जी ने किया। उन्होंने आत्म बलिदान देकर भारतीयों को एक सूत्र में बांधा।

इस मौके पर कालेज के वाइस प्रिसिपल प्रो. रजनीश पोपी, प्रि. डा. सीमा अरोड़ा, डा. अतुला भास्कर, प्रि. गिरिधर शर्मा, सीमा शर्मा, प्रो. अनुराधा, डा. बीबी यादव, डा. गुरदास सिंह सेखों, प्रो. जीएस सिद्धू, प्रि. परमजीत कुमार आदि मौजूद थे।

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