26 से खुलेंगे स्कूल, अध्यापकों को दोनों डोज लगी हो, बिना मास्क नहीं मिलेगी एंट्री

डिप्टी कमिश्नर गुरप्रीत सिंह खैहरा ने जिले के अलग-अलग विभागों के सेक्टर वाइज कामों की समीक्षा करने के लिए बैठक की।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 08:40 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 08:40 PM (IST)
26 से खुलेंगे स्कूल, अध्यापकों को दोनों डोज लगी हो, बिना मास्क नहीं मिलेगी एंट्री
26 से खुलेंगे स्कूल, अध्यापकों को दोनों डोज लगी हो, बिना मास्क नहीं मिलेगी एंट्री

जागरण संवाददाता, अमृतसर: डिप्टी कमिश्नर गुरप्रीत सिंह खैहरा ने जिले के अलग-अलग विभागों के सेक्टर वाइज कामों की समीक्षा करने के लिए बैठक की। इसमें सेक्टर वाइज माल, शिक्षा और सामाजिक क्षेत्र के साथ संबंधित विभागों के काम की प्रगति का जायजा लिया।

डिप्टी कमिश्नर ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ भी मीटिग की और कहा कि 26 जुलाई से 10वीं से 12वीं कक्षा तक सभी स्कूल खोलने के आदेश जारी किए गए हैं। स्कूलों के अध्यापकों को वैक्सीन की दोनों डोज लगी होनी जरूरी है। जिला शिक्षा अधिकारी को उन्होंने कहा कि स्कूलों में कोविड के नियमों का सख्ती से पालन करवाया जाए और बच्चों को मास्क लगाकर ही स्कूल में दाखिल करने की इजाजत दें।

डीसी ने माल विभाग के अधिकारियों को हिदायत दी कि रिकवरी में तेजी लाई जाए और पुराने पड़े इंतकालों का निपटारा तय समय में किया जाए। उन्होंने तहसीलदारों से कहा कि जिनके क्षेत्रों में इंतकाल पेंडिग हैं, उस पर खास ध्यान देकर काम को पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि देखने में आ रहा है कि रजिस्ट्री करवाने के समय लोगों की ओर से इंतकाल नहीं करवाया जाता, जिस कारण माल विभाग को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इस अवसर पर एडीसी रूही डग, एसडीएम विकास हीरा, एसडीएम ईनायत गुप्ता, दीपक भाटिया, तहसीलदार मनजीत सिंह, परमजीत सिंह, माल अफसर मुकेश शर्मा, जिला प्रोग्राम अधिकारी मनजिदर सिंह, जिला समाज भलाई अफसर अशीष इंद्र सिंह, जिला खुराक सप्लाई अधिकारी रिषी राज के अलावा संबंधित विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे। सभी विभागों से काम में तेजी लाने के निर्देश दिए

डीसी ने सोशल सेक्टर के विभागों के साथ भी मीटिग की। उन्होंने बताया कि आशीर्वाद स्कीम के तहत अप्रैल 2021 से जून 2021 तक 1569 लोगों को लाभ दिया गया है और जल्द ही इन लाभपात्रियों के बैंक खातों में राशि पहुंच जाएगी। खैहरा ने कहा कि जिले में 1859 के करीब आंगनवाड़ी केंद्र है, जिनमें 349 केंद्र प्राइवेट इमारतों में चल रहे हैं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को कहा कि किराये की बिल्डिंगों में चल रहे आंगनबाड़ी केंद्रों को सरकारी प्राइमरी स्कूलों में बदला जाए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि कोविड-19 के दौरान कई विभागों के काम पेंडिग रह गए थे, लेकिन अब महामारी से राहत मिली है और सभी विभागों के अधिकारी अपने काम में तेजी लाएं और जितने भी पेंडिग काम रह गए हैं, उनको जल्द निपटाएं।

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