पंचायती अखाड़ा निर्मल कुटिया के महंत को हटाया

निर्मल अखाड़ा पंचायती के गांव जौहला स्थित डेरे के मुखी को लेकर बैठक की।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 07:04 PM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 08:04 AM (IST)
पंचायती अखाड़ा निर्मल कुटिया के महंत को हटाया
पंचायती अखाड़ा निर्मल कुटिया के महंत को हटाया

जागरण संवाददाता, अमृतसर : निर्मल अखाड़ा पंचायती के गांव जौहलां स्थित डेरे के मुखी को लेकर विवाद गहरा गया है। डेरा निर्मल कुटिया जौहलां पर काबिज संत जीत को अखाड़े की कार्यकारिणी ने संत अजीत सिंह को महंथ के पद से हटा दिया।

अखाड़ा के कनखल, हरिद्वार स्थित मुख्य आश्रम में हुई बैठक के बाद अखाड़े की जौहलां कुटिया के मुखी संत जीत सिंह को हटाने का फैसला लिया गया है। इसके लिए बकायदा लिखित प्रस्ताव भी पारित किया गया। इस संबंध में महासचिव संत दविंदर सिंह की ओर से जानकारी दी गई है। बैठक में अखाड़े की आठ महंत शामिल हुए थे।

संत दविदर सिंह ने बताया कि निर्मल कुटिया के मौजूदा मुखी की ओर से अखाड़ा के नियमों को लंबे समय से उल्लंघन किया जा रहा था। इसी के चलते जीत सिंह ने कुटिया के सहायक मुखी संत जसपाल सिंह को अखाड़ा की कार्यकारिणी और स्वीकृति के बिना ही पद से हटा दिया था। इस मामले को लेकर निर्मल अखाड़ा की कार्यकारिणी ने संत जीत सिंह से स्पष्टीकरण मांगा था। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ने भी आदेश जारी करके संत जीत सिंह को हिदायतें दी थी कि संत जसपाल सिंह को दोबारा सहायक मुखी कुटिया का नियुक्त किया जाए। इस पर संत जीत सिंह अखाड़ा की कार्यकारिणी को अपनी गलतियों के संबंध में माफी नामा भेजा था। परंतु अपनी गलतियों को सुधारा नहीं। उल्टा कुटिया और अखाड़ा की संपत्ति पर कथित रूप में अवैध कब्जे कर लिए। यहां तक कि कुटिया के सहायक मुखी संत जसपाल सिंह को कुटिया से अपने समर्थकों के साथ बाहर निकाल दिया। संत जीत सिंह की ओर से निर्मल अखाड़ा और श्री अकाल तख्त साहिब के आदेशों का उल्लंघन किया गया है। जिसको मुख्य संत जीत सिंह को निर्मल कुटिया जौहलां के भविष्य को मुख्य रख मुखी पद से हटाया जाता है। अखाड़ा जल्दी ही कुटिया के नए मुखी का एलान कर देगा।

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