मेयर से तकरार और पंजाब सरकार की जय-जयकार
सोमवार को एक तरफ जलियांवाला बाग नरसंहार के शहीदों को नमन करने के लिए रणजीत एवेन्यू स्थित अमृत आनंद बाग में शताब्दी स्मारक पर कार्यक्रम हो रहा था।
जासं, अमृतसर : सोमवार को एक तरफ जलियांवाला बाग नरसंहार के शहीदों को नमन करने के लिए रणजीत एवेन्यू स्थित अमृत आनंद बाग में शताब्दी स्मारक पर कार्यक्रम हो रहा था। दूसरी तरफ उस जगह के बाहर मेयर के विरोध में नारेबाजी और सीएम के समर्थन में जयकारे लगाए जा रहे थे। दरअसल, नगर निगम की सांझी संघर्ष कमेटी और मेयर कर्मजीत सिंह रिटू के बीच बना हुआ विवाद अभी भी थमता दिखाई नहीं दे रहा है। हालांकि मेयर की तरफ से सीनियर डिप्टी मेयर रमन बख्शी की अध्यक्षता में बनाई गई कमेटी ने उनकी मांगों के समाधान के लिए 28 जनवरी तक का समय दिया हुआ है, पर स्थिति तब तनावपूर्ण हो गई जब म्युनिसिपल यूथ इंपलाइज फेडरेशन के प्रधान आशू नाहर ने बाग के बाहर मुख्यमंत्री, मंत्री व विधायकों की जिदाबाद के नारे लगाते हुए उन्होंने तो वाल्मीकि समाज का हितैषी बताया, मेयर को टारगेट करते हुए उन्होंने कहा कि मेयर ने मुलाजिमों पर तेल चोरों के आरोप लगाए हैं, जबकि सारे सिस्टम का संचलन अधिकारियों के हाथ में है, ऐसे में वह चोर कैसे है। उन्होंने कहा कि अगर मेयर यह साबित कर दे तो वह इस्तीफा दे देंगे। इतना ही नहीं उन्होंने चेतावनी दी कि अगर 28 जनवरी तक मुलाजिमों की मांगों को माना नहीं गया तो 29 को मेयर की कोठी के बाहर किसानों की तर्ज पर पक्का धरना दिया जाएगा। उन्होंने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह से अनुरोध किया कि वह मामले में हस्तक्षेप करके वाल्मीकि समाज के साथ हो रही धक्केशाही पर नकेल कसे। कांग्रेस के प्रवक्ता रहे मन्ना ने लिया था आड़े हाथों
स्मारक के नींव पत्थर समारोह को लेकर प्रशासन द्वारा की जा रही तैयारियों पर कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता व सचिव रहे मनदीप सिंह मन्ना ने नगर सुधार ट्रस्ट व जिला प्रशासन को पिछले दिनों आड़े हाथों लिया था। वीडियो जारी कर उन्होंने सीएम को बताने का प्रयास किया था कि किस तरह से जो काम सालों से नहीं हुए, वो अब उनकी आमद की वजह से करवाए जा रहे है और बाद में इसके बिल डाल दिए जाएंगे।