लोगों को मिलेंगी सुविधाएं, लघु सचिवालय में शिफ्ट होगा आरटीए दफ्तर
आरटीए दफ्तर की बिल्डिंग लघु सचिवालय में शिफ्ट करवाने के बाद लोगों की हर समस्या का हल हो जाएगा। लोगों को वहां पर न तो पीने वाले पानी की समस्या रहेगी और न ही शौचालय की।
जासं, अमृतसर: आरटीए दफ्तर की बिल्डिंग लघु सचिवालय में शिफ्ट करवाने के बाद लोगों की हर समस्या का हल हो जाएगा। लोगों को वहां पर न तो पीने वाले पानी की समस्या रहेगी और न ही शौचालय की। बिजली चले जाने के बाद भी स्टाफ अंधेरे में काम नहीं करेगा। वहां लोगों को मूलभूत सुविधाएं मिलेंगी। इसके लिए आरटीए सेक्रेटरी ज्योति बाला ने डिप्टी कमिश्नर गुरप्रीत सिंह खैहरा को लिखित भी दे दिया है। जिला प्रशासन को लिखे पत्र में उन्होंने एक हाल, कमरे और रिकार्ड रूम की मांग की है। जल्द ही उन्हें उनके दफ्तर के लिए आदेश जारी हो जाएंगे।
इस समय लघु सचिवालय में काम चल रहा है। इसके पूरा होने के बाद उन्हें वहां पर दफ्तर अलाट हो जाएंगे। फिर आरटीए दफ्तर का सारा स्टाफ वहां पर शिफ्ट कर दिया जाएगा। दैनिक जागरण ने हाल-ए-महकमा के तहत आरटीए दफ्तर में लोगों को आने वाली समस्याओं को प्रमुखता से उठाया है। इसके बाद विभाग की तरफ से कार्य में पारदर्शिता लाने के लिए कदम उठाए गए और लोगों की समस्याओं का हल भी करवाया गया। अब आरटीए सेक्रेटरी ज्योति बाला ने दफ्तर को शिफ्ट करने संबंधी डिप्टी कमिश्नर गुरप्रीत सिंह खैहरा को लिखित दे दिया है। इसमें उन्होंने जल्द वहां पर दफ्तर को शिफ्ट करने की मांग की है। लोगों को नहीं होने देंगे परेशान: ज्योति बाला
आरटीए सेक्रेटरी ज्योति बाला का कहना है कि लोगों की समस्याओं का हल करवाना उनकी प्राथमिकता है। लोगों को परेशान नहीं होने दिया जाएगा। आरटीए दफ्तर जब लघु सचिवालय में शिफ्ट हो जाएगा तो लोगों की सभी समस्याएं दूर हो जाएंगे। वहां पर सभी मूलभूत सुविधाएं मिलेंगी। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने एक ही छत के नीचे सभी सरकारी दफ्तर शिफ्ट करने के लिए लघु सचिवालय का निर्माण किया है। उन्होंने कहा कि डिप्टी कमिश्नर को इस बाबत लिख दिया गया है और उनसे डिमांड भी की जा चुकी है। लघु सचिवालय का काम चल रहा है, काम पूरा होते ही उन्हें अलाटमेंट हो जाएगी और वह दफ्तर वहीं पर शिफ्ट कर देंगे। एजेंटों से भी मिल जाएगा छुटकारा
आरटीए सेक्रेटरी ज्योति बाला का कहना है कि आरटीए दफ्तर से एजेंटों को कई बार भगाया गया है। वह फिर वहीं पर आ जाते है। उन्होंने कहा कि आरटीए दफ्तर जब लघु सचिवालय में शिफ्ट हो जाएगा तो दफ्तर को एजेंटों से भी छुटकारा मिल जाएगा। उस दफ्तर में कोई भी एजेंट नहीं घूम सकेगा। वहां पर पहले सुरक्षा व्यवस्था भी रहेगी तो एजेंटों का वहां रहना नामुमकिन हो जाएगा। अगर इसके बाद भी एजेंट वहां पर घूमते हुए नजर आएंगे तो उनके खिलाफ केस दर्ज करवाए जाएंगे।