पहले दिन जांच में पांच रेल यात्री मिले पाजिटिव

रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के कोरोना के रैपिड टेस्ट बुधवार से जांच शुरू की है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 12:15 AM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 12:15 AM (IST)
पहले दिन जांच में पांच रेल यात्री मिले पाजिटिव
पहले दिन जांच में पांच रेल यात्री मिले पाजिटिव

विक्की कुमार, अमृतसर : रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के कोरोना के रैपिड टेस्ट बुधवार से शुरू किया गया। रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही यात्रा शुरू करने की अनुमति है। पहले दिन पांच लोग कोरोना पाजिटिव पाए गए। जब तक रिपोर्ट आई, तब तक ये यात्री ट्रेन में जाकर बैठ चुके थे। बाद में जैसे ही इसकी जानकारी अधिकारियों को दी गई तो आरपीएफ की मदद से इनकी तलाश शुरू की गई। दो यात्री तो मिल गए, लेकिन तीन यात्रियों ने अपना मोबाइल बंद कर लिया। वह छिपते हुए ट्रेन में बैठकर अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गए। इस दौरान सेहत विभाग की भी बड़ी लापरवाही रही, जो दो यात्री मिले उन्हें उनकी हालात पर छोड़ते हुए घर जाने को कह दिया। वे लोग किसी न किसी तरह से अपने घरों को पहुंचे, लेकिन इस दौरान वह कई लोगों के बीच से गुजरे, जिससे कोरोना की चेन बढ़ सकती है। सेहत विभाग की लापरवाही शहरवासियों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है।

पंजाब सरकार की तरफ से कोरोना की रिपोर्ट जरूरी किए जाने के बाद बुधवार को रेलवे स्टेशन पर जाचं की प्रक्रिया शुरू की गई थी। इस दौरान दोपहर एक बजकर पांच मिनट पर अमृतसर से जयनगर के लिए ट्रेन रवाना होनी थी। इसमें सवार होने के लिए आए यात्रियों की जांच की जा रही थी कि इस दौरान पांच यात्री कोरोना पाजिटिव पाए गए। जब तक उनकी रिपोर्ट आई, तब तक वह लोग ट्रेन में जाकर बैठ चुके थे। इसकी जानकारी रेलवे अधिकारियों को दी गई तो आरपीएफ के एएसआइ नीरज शर्मा अपने स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे और उन यात्रियों को फोन किया गया। फोन करने के बाद उनके द्वारा न आने के बाद पैसेंजर चार्ट खंगाला गया, जिसमें उनका पता नहीं चल पाया। अनाउंसमेंट भी करवाई गई। इसके बाद आरपीएफ ने उन्हें ट्रेन में भी तलाशा, दो तो मिल गए, लेकिन तीन ने मोबाइल स्विच आफ कर लिया और ट्रेन रवाना हो गई। एक महिला मरीज थी, जो बाद में रोती रही। क्योंकि उसे बनारस जाना था और यहां पर जिस किराए के कमरे में रह रही थी उसे भी खाली कर चुकी थी।

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