राजिदर मोहन सिंह छीना ने हरमिदर सिंह फ्रीडम के निधन पर शोक जताया
खालसा कालेज गवर्निंग काउंसिल (केसीजीसी) के आनरेरी सचिव राजिदर मोहन सिंह छीना व समूह पदाधिकारियों ने केसीजीसी के संयुक्त सचिव हरमिदर सिंह फ्रीडम के निधन पर दुख का इजहार किया है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : खालसा कालेज गवर्निंग काउंसिल (केसीजीसी) के आनरेरी सचिव राजिदर मोहन सिंह छीना व समूह पदाधिकारियों ने केसीजीसी के संयुक्त सचिव हरमिदर सिंह फ्रीडम के निधन पर दुख का इजहार किया है। हरमिदर सिंह पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे और वह सोमवार को निजी अस्पताल में अपने श्वास त्याग गए। राजिदर मोहन सिंह छीना ने फ्रीडम के निधन पर दुख का इजहार करते हुए ना पूरा होने वाला घाटा बताते हुए कहा कि हरमिदर सिंह नेक स्वभाव के मालिक थे। हरमिदर सिंह का जन्म एक जून 1941 को सियालकोट में हुआ था, जोकि वर्तमान समय पाकिस्तान में है। उन्होंने ला ग्रेजुएशन पंजाब यूनिवर्सिटी से की और वह फ्रीडम इंडस्ट्री के मैनेजिग डायरेक्टर (एमडी) थे। उनके परिवार में दो बेटे बरिदर सिंह, राजबीर सिंह और एक बेटी मंजोत कौर है। जगीर कौर ने प्रिसिपल हरभजन सिंह के देहांत पर शोक व्यक्त किया
वहीं एसजीपीसी की अध्यक्ष बीबी जगीर कौर ने सिख मिशनरी कालेज लुधियाना के चेयरमैन प्रिसिपल हरभजन सिंह के अचानक देहांत पर शोक व्यक्त किया है। जगीर कौर ने कहा कि प्रिसिपल हरभजन सिंह ने सिख धर्म के प्रचार व प्रसार में अहम योगदान डाला है। उन्होंने अपने जीवन का हर पल प्रचार-प्रसार को समर्पित किया। वहीं सिख इतिहास और गुरबाणी के सिद्धांतों को संगत तक पहुचाने में भूमिका निभाई। बहुत सारे युवाओं को सिख धर्म के साथ जोड़ा। उन्होंने सिख मिशनरी कालेज शुरू करके लाखों युवाओं को गुरमति के साथ जोड़ा। धर्म के संबंध में उनकी ओर से बहुत ही आसान ढंग से प्रचार करके धर्म संबंधी लोगों को समझाया। उन्होंने कहा कि प्रिसिपल हरभजन सिंह के देहांत से कौम को भारी हानि हुई है।