जरूरतमंदों, बीमारों व पीड़ितों की सेवा करना है मकसद: डा. समंताराय
मुश्किल और जरूरत के समय में जनता के साथ खड़े होने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए डाएसिस आफ अमृतसर (डीओए) चर्च आफ नार्थ इंडिया (सीएनआइ) ने रविवार को अपने दो दिवसीय 51वें सीएनआइ स्थापना दिवस के समारोह का आगाज कोविड-19 फ्रंटलाइनर और पीड़ितों को श्रद्धांजलि देकर किया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : मुश्किल और जरूरत के समय में जनता के साथ खड़े होने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए डाएसिस आफ अमृतसर (डीओए) चर्च आफ नार्थ इंडिया (सीएनआइ) ने रविवार को अपने दो दिवसीय 51वें सीएनआइ स्थापना दिवस के समारोह का आगाज कोविड-19 फ्रंटलाइनर और पीड़ितों को श्रद्धांजलि देकर किया। महामारी के वायरस के साथ लड़ते-लड़ते दुनिया को अलविदा कह गए और उनको भी, जिन्होंने इसी अवधि में कई अन्य कारणों से अपनी जान गंवा दी, को रियाल्टो चौक स्थित सेंट पाल चर्च में एक वाल आफ रिमेंबरेंस पर डीओए के मोस्ट रेवरेंड बिशप डा. पीके समंताराय ने खुद भावनात्मक संदेश लिखकर दिवगंत को श्रद्धांजलि दी। बिशप डा. सामंतराय ने कहा कि यह सीएनआइ के आदर्श वाक्य एकता, साक्षी, सेवा के अनुसरण में आयोजित की गई थी और डीओए हमेशा जनता की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है। यह वाल आफ रिमेंबरेंस उन व्यक्तियों और परिवारों के साथ हमारी एकजुटता व्यक्त करने का एक तरीका है, जिन्होंने कोविड-19 की महामारी या किसी अन्य कारण से किसी प्रियजन को खो दिया है। उन्होंने कहा कि पवित्र बाइबिल में अंकित आशा और मुक्ति के संदेश का प्रचार करने के अलावा, सीएनआइ का उद्देश्य जरूरतमंदों, बीमारों और पीड़ितों को राहत, सहायता और सेवा प्रदान करना है, जिसे चर्च 29 नवंबर, 1970 में अपनी स्थापना के बाद से बहुत मेहनत से पूरा कर रही है। डीओए सामाजिक कल्याण में अपना योगदान दे रही है। हम भविष्य में भी जनता की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। बिशप डा. सामंतराय ने बताया कि दो दिवसीय समारोह में प्रार्थना, धन्यवाद प्रार्थना सभा, एक धार्मिक जुलूस, एक बाइबिल अध्ययन सत्र, विभिन्न प्रतियोगिताएं होंगी।