प्रो. चावला ने कहा, आयुर्वेद डाक्टरों को पूरा वेतन दे सरकार

पूर्व मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने कहा कि यह दुखद जानकारी है कि पंजाब के लोकसेवा आयोग द्वारा चुने हुए आयुर्वेद के डाक्टरों को केवल दस हजार रुपये महीने पर सेवा करने को मजबूर होना पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 23 Nov 2021 04:18 PM (IST) Updated:Tue, 23 Nov 2021 04:18 PM (IST)
प्रो. चावला ने कहा, आयुर्वेद डाक्टरों को पूरा वेतन दे सरकार
प्रो. चावला ने कहा, आयुर्वेद डाक्टरों को पूरा वेतन दे सरकार

संवाद सहयोगी, अमृतसर: पूर्व मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने कहा कि यह दुखद जानकारी है कि पंजाब के लोकसेवा आयोग द्वारा चुने हुए आयुर्वेद के डाक्टरों को केवल दस हजार रुपये महीने पर सेवा करने को मजबूर होना पड़ रहा है। नियमानुसार एमबीबीएस, बीडीएस, आयुर्वेद और होम्योपैथी के लोकसेवा आयोग द्वारा चुने लोगों के लिए एक ही नियम है। जहां एमबीबीएस डाक्टर को 70 हजार से ज्यादा वेतन दिया जा रहा है। वहीं आयुर्वेद के डाक्टरों को केवल दस हजार रुपये वेतन दिया जाता है। उसमें से भी कटौती की जा रही है। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत काम करने वाले डाक्टरों को भी आयुर्वेद के डाक्टरों से ज्यादा वेतन मिलता है।

आश्चर्य यह है कि जो डाक्टर पिछले डेढ़ वर्ष से ज्यादा समय से काम कर रहे हैं उन्हें तो केवल दस हजार रुपये दिए जा रहे हैं, पर अब एक नई भर्ती में कुछ आयुर्वेद के डाक्टरों को सरकार ने पूरा वेतन दे दिया है। पंजाब सरकार यह नहीं बता पाई कि दो वर्ष पहले नियुक्त डाक्टरों ने क्या गुनाह किया है जो उन्हें इतने थोड़े वेतन पर काम करने को मजबूर किया जा रहा है। बहुत अच्छा रहेगा अगर स्वास्थ्य मंत्री ओपी सोनी और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की सरकार के जितने दिन बचे हैं, उसमें आयुर्वेद के डाक्टरों को न्याय दें। उनका पूरा वेतन दें और पिछला बकाया भी दे दें।

chat bot
आपका साथी