'परिवार के संग ही जीती जा सकती है कोरोना से जंग'

जन कल्याण संगठन एवं फ्री परिवार परामर्श केंद्र द्वारा अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस के सुअवसर पर परिवार ही प्राण है कार्यक्रम करवाया गया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 12:00 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 12:00 PM (IST)
'परिवार के संग ही जीती जा सकती है कोरोना से जंग'
'परिवार के संग ही जीती जा सकती है कोरोना से जंग'

संस, अमृतसर : जन कल्याण संगठन एवं फ्री परिवार परामर्श केंद्र द्वारा अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस के सुअवसर पर 'परिवार ही प्राण है' कार्यक्रम करवाया गया। डायरेक्टर डा. स्वराज ग्रोवर ने कहा कि कोरोना महासंग्राम जीतने में परिवार ही आपकी आक्सीजन है। आपका परिवार ही आपका रक्षा कवच है। कोरोना की जंग परिवार के संग ही जीती जा सकती है। परिवार ही जीवन है। कोरोना काल में घरेलू हिसा में निरन्तर वृद्धि मानव जाति के लिए अभिशाप है। कोरोना काल में परिवार को स्नेह एवं प्रेम द्वारा इसे सुदृढ़ बनाने का सुअवसर है। कार्यक्रम में परवीन कौर, जसविन्दर कौर, सरबतीज तुली, मंजीत बतरा, बलजीत कौर, पिकी सोबती, सुखविन्दर कौर आदि मौजूद थे। गाइडलाइन का पालन कर कोरोना से करें बचाव : डा. रंधावा

देश में कोरोना के मरीज बढ़ते जा रहे हैं। इस बीमारी से लोगों को बचाने लिए सरकार द्वारा मिनी लाकडाउन लगाया गया है, जिसका पालन करवाने लिए जिला व पुलिस प्रशासन कड़ी मेहनत कर रहा है। इस बीच जरूरतमंद लोगों को राशन भी मुहैया करवाया जा रहा है। इसी तरह सेहत विभाग द्वारा कोविड महामारी से लोगों को बचाने लिए गाइडलाइन जारी की गई है।

यह कहना है ईएनटी डा. राजबरिदर सिंह रंधावा (रंधावा क्लीनिक, सामने सिविल अस्पताल) का। उन्होंने कहा कि सेहत विभाग द्वारा जारी की गई गाइडलाइन में मास्क पहनना, शरीरिक दूरी बनाये रखना, हाथों को बार-बार साबुन या सैनिटाइजर से साफ करना, भीड़-भाड़ वाली जगह पर जाने से बचना, आसपास साफ-सफाई रखना आदि नियमों का पालन करके इस महामारी से बचा जा सकता है। डा. रंधावा ने कहा कि अगर किसी व्यक्ति को बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, गला खराब होना, नाक से रेशा आना, सुगंध का पता न चलना, स्वाद का पता न चलना आदि लक्षण महसूस होते हैं तो वह तुरंत अपना कोरोना टेस्ट करवाएं।

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