उपन्यासकार संजीव पालीवाल हुए रुबरु, नैना व पिशाच में पेश किए जासूसी और कत्ल रहस्य

प्रभा खेतान फाउंडेशन ने संजीव पालीवाल की बहुचर्चित किताब पिशाच व नैना के विषय पर चर्चा करने के मकसद से कार्यक्रम आयोजित किया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 11:48 PM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 11:48 PM (IST)
उपन्यासकार संजीव पालीवाल हुए रुबरु, नैना व पिशाच में पेश किए जासूसी और कत्ल रहस्य
उपन्यासकार संजीव पालीवाल हुए रुबरु, नैना व पिशाच में पेश किए जासूसी और कत्ल रहस्य

जासं, अमृतसर: प्रभा खेतान फाउंडेशन ने श्री सीमेंट के सहयोग हिदी भाषा के एक बेस्टसेलर व उपान्यासकार संजीव पालीवाल की बहुचर्चित किताब 'पिशाच व नैना' के विषय पर चर्चा करने के मकसद से कार्यक्रम आयोजित किया। एहसास वूमेंस आफ अमृतसर के साथ-साथ वेलकम होटल के सहयोग आयोजित कार्यक्रम में दैनिक जागरण मीडिया पार्टनर के तौर पर जुड़ा। कोविड-19 की महामारी के बाद आफलाइन हुए इस पहले कार्यक्रम में एहसास वूमेंस आफ अमृतसर की सदस्यों सहित शहर के विभिन्न हिस्सों से लेखन प्रेमी संजीव पालीवाल से रुबरु हुए। संस्था की सदस्य प्रणीत बब्बर की अध्यक्षता में हुए कार्यक्रम में शामिल पालीवाल के साथ जसमीत नैय्यर ने उनके जीवन और उनकी किताबों के विषय में चर्चा की।

संजीव पालीवाल की बहुचर्चित किताब पिशाच व नैना दोनों ही एक थ्रिलर क्राइम पर आधारित किताबें हैं। उन्होंने जासूसी, कत्ल रहस्य के विषय में उपन्यास लिखे हैं, जिसमें सबसे पहला उनका उपान्यास नैना और दूसरा पिशाच था। बातचीत कर अच्छा लगा

एहसास वूमेंस आफ अमृतसर की सदस्य प्रणीत बब्बर का कहना है कि लगभग एक-डेढ़ साल बाद प्रत्यक्ष रूप में संजीव पालीवाल से क्राइम के विषय में उनकी कहानियों के साथ-साथ पत्रकारिता के किस्से सुनकर बहुत अच्छा लगा है, जोकि बेहद सफल रहा है। सत्र का हिस्सा बनना अदभुत

एहसास वूमेंस आफ अमृतसर की सदस्य प्रीति गिल का कहना है कि आज प्रभा खेतान फाउंडेशन के सत्र का हिस्सा बनना अदभुत अनुभव रहा है। उनकी कहानी, उनके छंदों को पढ़ना और अपराध थ्रिलर की शैली पर उनकी कमान एक बहुत ही रोचक शाम के लिए बनाई गई थी। प्रतिभा जानने का मिला मौका

एहसास वूमेंस आफ अमृतसर की सदस्य जसमीत नैय्यर का कहना है कि संजीव पालीवाल के साथ मंच पर बैठकर की गई बातचीत के माध्यम से उनकी प्रतिभा को नजदीक से देखा व सुना है। जासूसी, कत्ल रहस्य के विषय में उन्होंने बारीकी से बयान किया है। अनूठे अंदाज से माहौल बंधा

एहसास वूमेंस आफ अमृतसर की सदस्य शीतल खन्ना का कहना है कि संजीव पालीवाल के साथ रूबरु होकर उनके साथ हुई मुलाकात में शामिल होकर बहुत आनंद आया है। उन्होंने अपने आप में एक बहुत ही दिलचस्प ढंग से कार्यक्रम में अपने अनूठे अंदाज से माहौल बंधा है। नज्में सुनकर मन आनंदित हुआ

एहसास वूमेंस आफ अमृतसर की सदस्य रमनजीत ग्रोवर का कहना है कि संजीव पालीवाल ने अपनी कुछ नज्में भी दर्शकों के सामने पेश की, जिन्हें सुनकर सबका मन आनंदित हो उठा। उनके अंजाम ए बयान व अपराध कहानियों के ऊपर उनकी सरल व मजबूत पकड़ ने महफिल को चार चांद लगा दिए। दोबारा सेशन लगना चाहिए

एहसास वूमेंस आफ अमृतसर की सदस्य सोनाक्षी कुंद्रा का कहना है कि संजीव पालीवाल ने अपने दोनों ही उपन्यासों को पढ़ा और श्रोताओं को थ्रिलर क्राइम पर लिखी किताबों से अपनी प्रतिभा को जाहिर किया है। हम ही नहीं बल्कि शहरवासी दोबारा चाहेंगे कि यह सेशन लगे।

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