विदेशी पिस्टल पहुंचाने वाले दो युवकों का नहीं मिला सुराग, जगजीत का मोबाइल खंगाल रही टीम

48 विदेशी पिस्तौल अमेरिका और दमनजोत सिंह उर्फ दरमन काहलों इन तीन नाम पर पुलिस की जांच थम गई है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 04:00 AM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 04:00 AM (IST)
विदेशी पिस्टल पहुंचाने वाले दो युवकों का नहीं मिला सुराग, जगजीत का मोबाइल खंगाल रही टीम
विदेशी पिस्टल पहुंचाने वाले दो युवकों का नहीं मिला सुराग, जगजीत का मोबाइल खंगाल रही टीम

नवीन राजपूत, अमृतसर: 48 विदेशी पिस्तौल, अमेरिका और दमनजोत सिंह उर्फ दरमन काहलों इन तीन नाम पर पुलिस की जांच थम गई है, क्योंकि आरोपित जगजीत सिंह को हथियारों की खेप पहुंचाने वाले दो युवकों का भी अभी तक कोई सुराग नहीं लग सका है। पूछताछ में उसने बताया है कि यूएस में बैठे दमनजोत उर्फ दरमन के अलावा किसी का नाम नहीं जानता। काल आने पर उसने हथियारों की खेप जम्मू-कश्मीर में किसी को पहुंचानी थी, लेकिन अगला टारगेट मिलने से पहले ही वह स्टेट स्पेशल आपरेशन सेल (एसएसओसी) के हत्थे चढ़ गया। अटारी टोल प्लाजा और कत्थूनंगल टोल प्लाजा से भी पुलिस को कोई फुटेज नहीं मिली हैं। स्पष्ट है कि आरोपित हथियारों की खेप लेकर मेन रोड से नहीं बल्कि गांवों के रास्ते कत्थूनंगल तक पहुंचे।

मामले की जांच कर रहे एसएसओसी के अधिकारी मामले को लेकर कुछ भी बताने से बच रहे हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल पुलिस इस मामले के प्रत्येक एंगल पर काम कर रही है। उनका दावा है कि आने वाले दिनों में सारा मामला साफ हो जाएगा। गौर रहे शुक्रवार को एसएसओसी ने जगजीत सिंह को 48 विदेशी पिस्तौल, 99 मैगजीन और दो सौ राउंड सहित काबू किया था। आरोपित ने खालिस्तानी समर्थक वह अमेरिका में बैठे दमजोत सिंह के कहने पर ही उक्त हथियारों की खेप हासिल की थी और उसे घाटी में पहुंचाना था। जगजीत के मोबाइल से पुलिस को आस

पुलिस ने जगजीत का मोबाइल साइबर शाखा में भेजा है। साइबर टीम के एक्सपर्ट से राय ली जा रही है। मोबाइल से डिलीट किया गया डाटा भी दोबारा रिकवर करने की कोशिश की जा रही है। उसके बाद ही पता लग सकेगा कि बार्डर से हथियारों की खेप कत्थूनंगल तक पहुंचाने वाले कौन युवक थे। कश्मीर से पुलिस खाली हाथ लौटी

जगजीत ने पुलिस हिरासत में जम्मू-कश्मीर को लेकर भी कुछ जानकारियां कुबूली थीं। इसकी भनक लगते ही पुलिस की एक टीम ने जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों में छापामारी की, लेकिन वहां कोई सफलता नहीं मिली। इस कारण पुलिस को बैरंग ही लौटना पड़ा। केएलएफ और बीकेआइ का खाका खंगाल रही पुलिस

आतंकी संगठन खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स (केएलएफ) और बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआइ) के आतंकियों का खाका भी सुरक्षा एजेंसियां खंगाल रही हैं। पता चला है कि आने वाले दिनों में पुलिस पंजाब की जेल में बंद इन आतंकी संगठनों से जुड़े आतंकियों को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार करेगी।

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