गैस पाइपलाइन बिछा रही कंपनी, ध्वस्त कर रही पानी-सीवरेज की प्रणाली

गुजरात गैस कंपनी की ओर से शहर में बिछाई जा रही पाइपलाइन लोगों की परेशानी का सबब बनी हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 06:00 AM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 06:00 AM (IST)
गैस पाइपलाइन बिछा रही कंपनी, ध्वस्त कर रही पानी-सीवरेज की प्रणाली
गैस पाइपलाइन बिछा रही कंपनी, ध्वस्त कर रही पानी-सीवरेज की प्रणाली

विपिन कुमार राणा, अमृतसर

गुजरात गैस कंपनी की ओर से शहर में बिछाई जा रही पाइपलाइन लोगों की परेशानी का सबब बनी हुई है। ट्रेंच टेक्नोलाजी से डाली जा रही पाइपलाइन सीवरेज-पानी के सिस्टम को ध्वस्त कर रही है। रणजीत एवेन्यू, हाउसिग बोर्ड कालोनी, मजीठा रोड, बटाला रोड, वाल्ड सिटी के कई जगहों पर पीएनजी गैस पाइप डाल रही कंपनी को लोगों के गुस्से का भी शिकार होना पड़ा है। कई जगह विरोध के बाद काम भी बंद भी हुआ है।

ताजा घटनाक्रम की बात करे तो वार्ड 17 के गुरुनानक नगर और शास्त्री नगर के लोगों में पाइन लाइन को लेकर खासा उबाल है। क्षेत्रवासियों सुदेश कपूर, अनिल विज, सुनील कुमार, राजेश शर्मा, श्याम सुंदर, अमित कपूर, विजय कुमार, राघव शर्मा ने बताया कि उनके एरिया में ढाई सौ परिवार रहते हैं। वे पिछले चार महीने से दूषित पानी पी रहे हैं। उनके क्षेत्र में 12 गलियां आती हैं। तकरीबन सभी गलियों में गैस पाइप डालने वाली कंपनी गैस पाइप डालने के बाद फुर्र हो गई। हालांकि डेम पाइप लाइन और गली बनाने का काम तक कंपनी का है। कंपनी तो पाइप डालकर चली गई, पर अब कई घरों में गंदे पानी की समस्या आने लगी है। उन्होंने वार्ड पार्षद संध्या सिक्का से संपर्क किया था। पार्षद ने मौके पर इलाका निवासियों को टैंकर भेजकर लोगों की समस्या का हल करवाया था। बिना रोडमेप के हो रहे काम से परेशानी

गुजरात गैस कंपनी शहर के रणजीत एवेन्यू, मजीठा रोड, बटाला रोड, लोहगढ़, नवाकोट, हरिपुरा, डेम गंज, सकुर्लर रोड पर पाइपलाइन डालने का काम लगभग पूरा कर लिया गया है। इस काम में भी कई रुकावटें आई और लोगों का विरोध इन्हें झेलना पड़ा। खास बात यह है कि पाइपलाइन बिछाने वाली कंपनी के पास प्रापर रोडमेप ही नहीं है कि शहर में कहां सीवरेज, पीने की पानी की पाइप और केबल आदि जमीन में डाली हुई है। शहर का सिस्टम पुराना होने की वजह से ट्रेंच तकनीक से काम करते हुए जमीन में ही यह लाइनें ध्वस्त हो जाती हैं और फिर फाल्ट ढूंढने में ही कंपनी और अन्य एजेंसियों के पसीने छूटते हैं। गैस एजेंसियों के वजूद पर भी सवाल

उधर, गैस पाइपलाइन बिछने के साथ ही गैस एजेंसियों को अपना ही नहीं वहां काम करने वाले हजारों परिवारों के भी वजूद पर सवाल खड़ा दिखाई दे रहा है। शहर में 55 के लगभग गैस एजेंसियां है, जिनमें स्वतंत्रता सेनानी, शहीदों के परिवारों, अनुसूचित जाति, विकलांग कोटे और जनरल कोटे में मिली हुई है। हर गैस एजेंसी के साथ चालीस से पचास लोग जुडे़ हुए हैं और उनके परिवार पिछले तीस-चालीस से यहीं से अपना गुजर बसर कर रहे है। ऐसे में उन्हें पीएनजी के जरिये बनने वाले एकाधिकार से अपनी रोटी का संकट सताने लगा है। ध्वस्त कर दिया सारा इंफ्रास्ट्रक्चर : दत्ती

विधायक सुनील दत्ती ने कहा कि गैस कंपनी को कामर्शियल कनेक्शन की मंजूरी दी गई है, पर छोटी-छोटी गलियों में कंपनी द्वारा पाइप डालते हुए सारा इंफ्रास्ट्रक्चर ध्वस्त कर दिया गया है। हलके के कई वार्डाें में लोगों को दूषित पानी की समस्या आ रही है। कंपनी द्वारा खोदी गई गलियां अभी तक नहीं बनाई गई हैं। कंपनी सारा काम नियमों के विपरीत कर रही है। कर्मचारी अनट्रेंड है, जिसकी वजह से ही सरकारी इंफ्रास्ट्रक्चर का नुकसान हुआ है। अंडरग्राउंड फाल्ट ढूंढने में निगम व अन्य एजेंसियों को कई-कई दिन लग रहे है। शहर की सुरक्षा से खिलवाड : सिक्का

अनुज सिक्का, प्रदेश उपाध्यक्ष फेडरेशन आफ एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर आफ इंडिया ने कहा कि गैस कंपनी द्वारा सरकार और लोगों को गुमराह किया जा रहा है। सभी बडे़ शहरों में खुली सड़कों पर गैस पाइप डाली गई है, ताकि विपरीत हालातों में दिक्कत न आए। शहर की तंग गलियों में पाइपलाइन डाल दी गई है, जो कभी भी शहर की सुरक्षा के समक्ष चुनौती बन सकती है। तकनीकी तौर पर पाइन लाइन के लिए अलग ट्रेंच डलनी चाहिए, जो नहीं डाली जा रही। न ही माहिरों की मौजूदगी में काम हो रहा है, यही वजह है कि लोगों को बारुद के ढेर पर बिठाया जा रहा है। सरकार इसे मंजूरी देकर लोगों की जान से खेल रही है। सस्ती व सुरक्षित है पीएनजी : त्रिवेदी

सत्येन त्रिवेदी, जीए हेड गुजरात गैस ने कहा कि पीएनजी भारत सरकार का प्रोजेक्ट है और पंजाब की कैबिनेट द्वारा इसे मंजूरी दी गई है। यह एलपीजी के मुकाबले सस्ती व सुरक्षित है। पिछले चालीस सालों से बडे़ शहरों में लोग इस सुविधा का लाभ ले रहे हैं। जहां भी पाइप लाइन डाली जाती है, वहां इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण के लिए एडवांस में पैसे जमा करवाए गए हैं और बैंक गारंटी भी दी गई है। कुछ एक जगहों पर दिक्कत आई है, पर उसे साथ ही ठीक करवा दिया गया है। अमृतसर में 25 हजार कनेक्शन का हमारा लक्ष्य है, जिसे लेकर अभी तक 70 किलोमीटर पाइप लाइन बिछाई जा चुकी है। जिन लोगों ने अभी तक इसका कनेक्शन लिया है, वह इसका भरपूर लाभ उठा रहे है।

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