कोरोना महामारी में पीएम लोगों में, पर सीएम अपने रिजोर्ट से नहीं आ रहे बाहर

राज्यसभा सांसद व पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्वेत मलिक ने पंजाब सरकार द्वारा कोरोना महामारी की मैनेजमेंट की विफलता पर तंज कसा है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 08:00 AM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 08:00 AM (IST)
कोरोना महामारी में पीएम लोगों में, पर सीएम अपने रिजोर्ट से नहीं आ रहे बाहर
कोरोना महामारी में पीएम लोगों में, पर सीएम अपने रिजोर्ट से नहीं आ रहे बाहर

जागरण संवाददाता, अमृतसर: राज्यसभा सांसद व पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्वेत मलिक ने पंजाब सरकार द्वारा कोरोना महामारी की मैनेजमेंट की विफलता पर तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 में से 18 घंटे काम कर रहे हैं व उनके मंत्री कोरोना महामारी से निपटने के लिए देश भर में प्रवास कर रहे हैं। पीएम ने आपदा को अवसर में बदलने के लिए भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कार्य किए हैं, जहां कोरोना के बाद देश में लाखों नए उद्योग स्थापित हुए। वहीं मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह अपने आश्रय स्थल सेवन स्टार रिजोर्ट से महीनों से बाहर नहीं निकले और उनके मंत्री मंडल के सदस्यों से भी कोरोना महामारी पर नियंत्रण नही किया जा रहा।

उन्होंने बताया कि यह दुख की बात है कि कैप्टन सरकार के कुशासन में आज पंजाब में मरने वालों का स्तर देश मे सबसे उच्चतम है। पंजाब सरकार को केंद्र सरकार द्वारा पीएम केयर्स फंड से तीन आक्सीजन प्लांट लगवाने के लिए काफी समय पहले करोड़ों की ग्रांट दी गई, लेकिन पंजाब सरकार की निष्क्रियता के कारण आज केवल फरीदकोट मेडिकल कालेज में प्लांट लग सका है जबकि अमृतसर मेडिकल कालेज व पटियाला मेडिकल कालेज में प्लांट लगवाने में पंजाब सरकार विफल रही है। मलिक ने आगे कहा कि पंजाब सरकार द्वारा एक मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगवाने का वादा भी झूठा साबित हुआ है। क्योंकि अभी सिर्फ निर्माण मजदूरों के लिए ही शुरू किया गया है। पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने तो एक समय अपने घर के बाहर पर्चा भी लगा दिया था कि वह किसी को नही मिलेंगे जिससे साबित होता है कि पंजाब में सरकार में बैठे मंत्री लोगों के लिए कुछ नहीं कर सकते।

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