चार घंटे तक बस अड्डा बंद, यात्री परेशान
बस अड्डा बुधवार को भी प्रात 10 बजे से लेकर एक बजे तक बंद रहा।
संवाद सहयोगी, अमृतसर : बस अड्डा बुधवार को भी प्रात: 10 बजे से लेकर एक बजे तक बंद रहा। इस कारण यात्रियों को आने जाने में काफी मुश्किल का सामना पड़ा। यात्रियों को अधिक बसें सड़कों पर ही खड़ी मिलीं। बस अड्डे से बसों का आवागमन बिल्कुल रुका हुआ था, जिसका बस अड्डे से सुनसान पड़ा हुआ था। बस अड्डे से बसों का न चलने का कारण पंजाब रोडवेज पनबस कांटैक्ट वर्कर यनियन और पीआरटीसी के अस्थायी कर्मचारियों की ओर से बस अड्डे के मुख्य गेट पर धरना देना है।
यूनियन की छह अगस्त को परिवहन मंत्री के साथ बैठक होने जा रही है। यदि इस बैठक में कोई भी परिणाम ना निकला तो यूनियन 9 ,10 व 11 अगस्त को हड़ताल करने पर विवश हो जाएगी, जिससे पूरे पंजाब में सरकारी बसों का पहिया जाम रहेगा। धरने को संबोधित करते हुए प्रदेश के सीनियर उपाध्यक्ष जोध सिंह, प्रदेश नेता सुखदेव सिंह, गुरजीत सिंह, तरजिदर सिंह, प्रेम सिंह, करम पाल सिंह, दलबीर सिंह, सुखबीर सिंह, बलजीत सिंह, डिपो प्रधान हीरा सिंह, केवल सिंह, सिमरजीत सिंह, शिवपाल सिंह ने कहा कि अस्थायी कर्मचारियों को पक्का करने की मांग बार-बार यूनियन द्वारा की जा रही है। पर सरकार टालमटोल की नीति के कारण कर्मचारियों को परेशान करने में लगी हुई है। सरकार द्वारा एक कानून बनाया जा रहा है जो कर्मचारी 10 वर्ष ठेके पर काम कर रहे है उसको रेगुलर किया जाएगा। बाकी स्टाफ को आउटसोर्सिंग स्टाफ में रखा जाएगा। यह कानून अस्थायी कर्मचारियों के साथ मजाक होगा। इससे सिर्फ सभी विभागों में 7000 कर्मचारी पक्के होंगे। इस कानून का सभी मुलाजिम विरोध कर रहे हैं। केंद्र हो या राज्य सरकार सभी सरकारी विभागों को कारपोरेट घरानों को देने में लगी हुई है। फ्री सफर खर्चों की भरमार, डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी रोडवेज को आर्थिक तंगी की ओर ढकेल रही है। इससे कर्मचारियों का भविष्य लगातार खतरे में जा रहा है। सरकार को पंजाब रोडवेज तथा पीआरटीसी की कम से कम 10000 बसों का प्रबंध करना चाहिए। पनबस व पीआरटीसी के कर्मचारियों द्वारा 9 से 11 अगस्त तक बसों का पहिया जाम किया जाएगा।