गांव चब्बा का छप्पड़ दे रहा है बीमारियों को न्योता, प्रशासन मौन

किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब ने सरकार पर गांवों में तालाबों की सफाई के किए दावों को झूठे व बेबुनियाद बताया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 05:38 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 05:38 PM (IST)
गांव चब्बा का छप्पड़ दे रहा है बीमारियों को न्योता, प्रशासन मौन
गांव चब्बा का छप्पड़ दे रहा है बीमारियों को न्योता, प्रशासन मौन

जागरण संवाददाता, अमृतसर : किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब ने सरकार पर गांवों में तालाबों की सफाई के किए दावों को झूठे व बेबुनियाद बताया है। उन्होंने कहा कि तालाबों व छप्पड़ों की सफाई के किए जा रहे दावे मात्र कागज पर ही दर्ज हैं। सच्चाई इसके बिलकुल उलट है। तालाबों व छप्पड़ों की सफाई के नाम पर हर वर्ष करोड़ों रुपये खुर्दबुर्द कर दिए जाते हैं। यही कारण है कि पिछले कई वर्षो से छप्पड़ों और तालाबों की कोई सफाई नहीं की गई है।

किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के कार्यालय सचिव गुरबचन सिंह चब्बा ने कहा कि गांव चब्बा एक एतिहासिक गांव है। यहां के रहने वाले लोगों ने आजादी के आंदोलन में योगदान डाला। गांव में काफी पुराना छप्पड़ है। इसमें अधिक मात्रा में पानी की बूटी पैदा हुई है, जोकि आज लोगों और पशुओं के लिए मुश्किल बनी हुई है। अगर समय रहते प्रशासन की ओर से छप्पड़ की सफाई न करवाई गई तो गांव वासियों और पशुओं में बीमारी फैल सकती है। अमृतसर के डीसी को भी इस छप्पड़ की की सफाई के लिए ज्ञापन सौंप गया था। उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन ने उनके गांव की ओर ध्यान न दिया तो गांव निवासी संघर्ष के लिए मजबूर होंगे।

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