पटवारियों की हड़ताल से लोग परेशान, नहीं मिल रही मैनुअल फर्द
द रेवेन्यू पटवार यूनियन की हड़ताल वीरवार को भी जारी रही। इससे उन लोगों को काफी परेशान होना पड़ा जिन्होंने अपनी रजिस्ट्रियां करवानी थी और उसके लिए उन्हें मैनुअली फर्द की जरूरत थी।
जागरण संवाददाता, अमृतसर: द रेवेन्यू पटवार यूनियन की हड़ताल वीरवार को भी जारी रही। इससे उन लोगों को काफी परेशान होना पड़ा, जिन्होंने अपनी रजिस्ट्रियां करवानी थी और उसके लिए उन्हें मैनुअली फर्द की जरूरत थी। जब लोग फर्द लेने के लिए पटवारियों के दफ्तरों में पहुंचे तो दफ्तर बंद मिले, जिस कारण उन्हें वापस लौटना पड़ा। अब उन लोगों को दोबारा अप्वाइंटमेंट लेनी होगी। यूनियन की 15 मई को बैठक होगी, जिसमें अगली रणनीति तैयार की जाएगी। शुक्रवार को ईद की सरकारी छुट्टी रहेगी और अब सोमवार को ही सरकारी दफ्तर खुलेंगे। लोगों को उम्मीद है कि उस समय तक हड़ताल खुल जाएगी और उनकी परेशानी दूर हो जाएगी।
बता दें कि पिछले तीन दिनों से चल रही हड़ताल के कारण अभी तक पंजाब सरकार को करोड़ों का नुक्सान हो चुका है। द रेवेन्यू पटवार यूनियन के जिला प्रधान कुलवंत सिंह डेहरीवाल ने कहा कि उनकी कई मांगें पिछले लंबे समय से पेंडिग है। सरकार उसकी तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही है। उन्होंने बताया कि वर्ष 1996 के बाद सीनियर स्केल खत्म किए जाने के कारण एक ही समय भर्ती पटवारियों की पे अनामली दूर की जाए। पंजाब लोक सेवा आयोग की ओर से पटवारियों की भर्ती में जरूरी संशोधन की मंजूरी अनुसार पटवारियों की 18 महीनों की ट्रेनिग को सेवा काल में शामिल किया जाए। माल विभाग में नए भर्ती 1227 पटवारियों की भर्ती प्रक्रिया वर्ष 2015 में शुरू की गई थी, जिस कारण इनका तजुर्बा समय तीन साल की बजाय दो साल किया जाए।
नियमों के मुताबिक पटवारियों की पोस्ट टेक्नीकल पोस्ट है, परंतु क्लास-3 में पटवारी 3200 ग्रेड पे के साथ सबसे कम वेतन ले रहे है, पटवारियों को टैक्निक्ल ग्रेड दिया जाए। माल विभाग में समूह पटवारी डीएलआर दफ्तर जालंधर से कंप्यूटर कोर्स कर चुके हैं। इसलिए डाटा एंट्री का काम प्राइवेट कंपनी से वापस लेकर पटवारियों के सुपुर्द किया जाए और पटवारियों को कंप्यूटर और डाटा साफ्टवेयर मुहैया करवाया जाए। उन्होंने कहा कि पटवारियों को मौजूदा समय दिए जाने वाले दफ्तरी भत्ता 140 रुपये, स्टेशनरी भत्ता 100 रुपये, बस्ता भत्ता 100 रुपये को बढ़ाकर दफ्तरी भत्ता तीन हजार रुपये, स्टेशनरी भत्ता दो हजार रुपये और बस्ता भत्ता दो हजार रुपये किया जाए।