पश्चिम एक्सप्रेस नौ और आम्रपाली आठ घंटे की देरी से चली

खेती कानून के विरोध को लेकर किसानों द्वारा भारत बंद का असर ट्रेनों और बसों पर भी पड़ा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 11:37 PM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 11:37 PM (IST)
पश्चिम एक्सप्रेस नौ और आम्रपाली आठ घंटे की देरी से चली
पश्चिम एक्सप्रेस नौ और आम्रपाली आठ घंटे की देरी से चली

जागरण टीम, अमृतसर: खेती कानून के विरोध को लेकर किसानों द्वारा भारत बंद का असर ट्रेनों और बसों पर भी पड़ा। किसान सुबह साढ़े सात बजे वल्ला और देवीदासपुरा में रेलवे ट्रैक पर बैठ गए, जिसके बाद रेलवे को कई ट्रेनें रद करनी पड़ी। कई ट्रेनें अमृतसर रेलवे स्टेशन पर खड़ी रहीं। कुछ ट्रेनों को देरी से चलाने का आदेश जारी कर दिया गया। ट्रेनों के रद हो जाने के कारण काफी यात्रियों को घर लौटना पड़ा। कई यात्री स्टेशन पर इंतजार करते रहे। शाम पांच बजे के बाद ट्रेनों के चला दिया गया।

पश्चिम एक्सप्रेस (02926) शाम पांच बजे अमृतसर से रवाना हुई। यह ट्रेन 9 घंटे 10 मिनट की देरी से रवाना हुई। इसका समय सुबह 7.50 बजे का था। आम्रपाली एक्सप्रेस (05734) शाम 5.18 बजे आठ घंटे 53 मिनट की देरी से रवाना हुई। इस ट्रेन का अमृतसर से रवाना होने का समय 8.25 बजे का था। अमृतसर से मुंबई जाने वाली (01058) ट्रेन शाम 5.35 बजे आठ घंटे 50 मिनट की देरी से रवाना हुई। इस ट्रेन के रवाना होने का समय 8.45 बजे का था। ट्रेन लेट होने के कारण यात्रियों को काफी परेशान होना पड़ा। रेलवे स्टेशन पर जब उक्त ट्रेन चलने की घोषणा हुई तो यात्रियों को थोड़ी राहत मिली। रेलवे किसानों के उठने का इंतजार कर रहे थे। शाम पांच बजे वह ट्रैक से उठ गए, जिसक बाद ट्रेनों के चलने की घोषणा की गई।

अमृतसर से बसें नहीं चली। वहां पर काफी कम संख्या में यात्री थे मगर वे बैरंग लौट गए। कई इंतजार करते रहे। शाम को जैसे ही हड़ताल समाप्त हुई। बसों का आवागमन शुरू हो गया। निजी बस आपरेटरों तथा मिनी बस आपरेटरों की बनी यूनियन ने भी किसानों को समर्थन दिया हुआ था, जिस कारण बसों का आवागमन रुका रहा। वही सरकारी बसों को चलाने वाली ड्राइवरों, वर्कर, डॉक्टरों की यूनियन, पंजाब रोडवेज पनबस पीआरटीसी कंस्ट्रक्ट वर्कर्स यूनियन ने भी हड़ताल में शामिल होने का आवाहन किया हुआ था, जिस कारण सरकारी बसों का पहिया जाम रहा। अमृतसर गुरदासपुर निजी बस ऑपरेटर यूनियन के चेयरमैन अशोक मनन ने बताया कि निजी बसों का पहिया बिल्कुल जाम रखा गया था। उनकी यूनियन द्वारा हड़ताल को पूरा समर्थन दिया गया था। मिनी बस ऑपरेटर यूनियन के प्रधान बलदेव सिंह बब्बू ने कहा कि मिनी बसों को भी हड़ताल के निर्धारित समय तक बंद रखा गया था। किसी भी जगह पर कोई भी मिनी बस रवाना नहीं की गई। पंजाब रोडवेज पनबस पीआरटीसी कंस्ट्रक्ट वर्कर्स यूनियन के प्रधान जोध सिंह ने कहा कि हड़ताल को पूरा समर्थन दिया गया था, जिसका उनके यूनियन के ड्राइवरों व कंडक्टर ने बसों को नहीं चलाया गया। पंजाब रोडवेज डिपू नंबर दो अमृतसर के जीएम परमजीत सिंह ने बताया की हड़ताल के कारण बच्चों का आवागमन नहीं हो सका। सभी बसें प्रभावित हुई हैं। हड़ताल खत्म होने के बाद 4 बजे के बाद बसों का आवागमन शुरू कर दिया गया है। चार बजे के बाद जो भी निर्धारित रूट है। उन पर बसें रवाना की जा रही है। हड़ताल के कारण काफी रोड प्रभावित हुए हैं, जिसमें दिल्ली, लुधियाना, पठानकोट, माता चितपूर्णी, राजस्थान व अन्य कई रूट प्रभावित हुए हैं। इसके अलावा छोटे रूटों पर भी प्रभावित हुए हैं।

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