आक्सीजन : जितनी आ रही सप्लाई, उतनी ही हो रही खपत

कोरोना महामारी के बीच आक्सीजन संकट ने शासन-प्रशासन की सांसों की गति बढ़ा दी है। जिले में आक्सीजन की कमी तो नहीं पर रिजर्व स्टाक भी नहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Apr 2021 05:00 AM (IST) Updated:Wed, 28 Apr 2021 05:00 AM (IST)
आक्सीजन : जितनी आ रही सप्लाई, उतनी ही हो रही खपत
आक्सीजन : जितनी आ रही सप्लाई, उतनी ही हो रही खपत

जागरण संवाददाता, अमृतसर: कोरोना महामारी के बीच आक्सीजन संकट ने शासन-प्रशासन की सांसों की गति बढ़ा दी है। जिले में आक्सीजन की कमी तो नहीं, पर रिजर्व स्टाक भी नहीं है। बफर स्टाक से ही मरीजों की सांसों को थामने का प्रयास किया जा रहा है। गुरुनानक देव अस्पताल में वीरवार को 13 टन लिक्विड आक्सीजन पहुंची। इसे लिक्विड आक्सीजन प्लांट में भरकर वार्डो तक पहुंचाया जा रहा है। कुल मिलाकर इस अस्पताल मे अब दस घंटे की आक्सीजन शेष हैं। हालांकि प्रशासन ने आसपास के जिलों से आक्सीजन सिलेंडर मंगवा रहा है। इसके साथ ही पानीपत से भी दो टैंकर मंगवाए गए हैं। ये टैंक बुधवार तक यहां पहुंच जाएंगे। कुल मिलाकर स्थिति यह है कि जितनी आक्सीजन आ रही है वह तेजी से खपत भी हो रही है। यदि एक दिन भी आक्सीजन का क्रम टूटा तो यह बेहद खतरनाक साबित हो सकता है।

जिले के 34 निजी एवं सरकारी अस्पतालों में कुल 514 कोरोना संक्रमित उपचाराधीन हैं। इनमें 77 माइल्ड केस हैं, 200 माडरेट, 217 आइसीयू में व 16 वेंटिलेटर्स पर हैं। गुरु नानक देव अस्पताल में ही 197 कोरोना संक्रमित दाखिल हैं। इनमें से 27 माइल्ड केस हैं, 36 माडरेट, 131 आईसीयू में व तीन वेंटिलेटर पर हैं। अस्प्ताल में आक्सीजन स्पोर्ट वाले 450 बेड हैं। और 250 वेंटिलेटर्स इंस्टाल किए गए हैं। आक्सीजन संकट की वजह से निजी अस्पतालों ने मरीजों दाखिल करने से इंकार कर रहे हैं। इन्हें गुरुनानक देव अस्पताल में भेजा जा रहा है। इस वजह से यहां मरीजों की संख्या बढ़ रही है। आक्सीजन एनालिसिस कमेटी का गठन

जिले के निजी अस्पतालों में आक्सीजन की बढ़ती मांग का एनेलेसिस करने के लिए प्रशासन ने आक्सीजन एनेलेसिस कमेटी का गठन किया है। कार्यकारी डिप्टी मेडिकल कमिश्नर डा. हरकंवल सिंह की अगुआई वाली इस टीम ने मंगलवार को जिले के कुछ निजी अस्पतालों का निरीक्षण किया। अस्पतालों में दाखिल मरीजों की संख्या व आक्सीजन की डिमांड के बारे में जानकारी हासिल की। सिविल सर्जन डा. चरणजीत सिंह के अनुसार कई निजी अस्पतालों में दो मरीज हैं, पर वे आक्सीजन की ज्यादा मांग कर रहे हैं। इसकी वैरीफिकेशन के लिए कमेटी बनाई गई है। यह कमेटी निजी अस्पतालों में जरूरत के अनुसार आक्सीजन की आपूर्ति देखेगी। निजी अस्पतालों के लिए बीस टन आक्सीजन पहुंची

डा. चरणजीत सिंह के अनुसार अमृतसर में बीस टन आक्सीजन निजी अस्पतालों के लिए आ चुकी है। हरियाणा से आई इस आक्सीजन को रेगुलेट किया जा रहा है। आने वाले दो तीन दिनों में आक्सीजन की कमी दूर हो जाएगी।

chat bot
आपका साथी