सर्किट हाउस को प्राइवेट कंपनी के हाथ सौंपने की तैयारी
पंजाब सरकार की तरफ से न्यू रियाल्टो के नजदीक स्थित सर्किट हाउस को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड पर चलाने का काम शुरू कर दिया गया है।
जासं, अमृतसर : पंजाब सरकार की तरफ से न्यू रियाल्टो के नजदीक स्थित सर्किट हाउस को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड पर चलाने का काम शुरू कर दिया गया है। इसका ठेका एक प्राइवेट कंपनी को दिया जाना है। इसके लिए कार्रवाई शुरू हो चुकी है।
पंजाब इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट बोर्ड (पीआइडीबी) नोडल एजेंसी के तौर पर काम कर रही है। सर्किट हाउस में काम कर रहे स्टाफ को यहां से शिफ्ट करने के आदेश भी जारी कर दिए गए हैं। जहां-जहां भी स्टाफ की जरूरत है, वहां पर उन्हें भेज दिया जाएगा। सरकार के इस आदेश के बाद 12 सदस्यों में मायूसी छाई है। स्टाफ को शिफ्ट करने के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल अभी तो पीआइडीबी के अधिकारी चंडीगढ़ में बैठकर ही इसके काम को देख रहे है।
दरअसल, पंजाब सरकार द्वारा अमृतसर, जालंधर, लुधियाना, फिरोजपुर, फरीदकोट, पटियाला, गुरदासपुर, चंडीगढ़ और शिमला में 10 सर्किट हाउस चलाए जा रहे हैं। नई दिल्ली में पंजाब भवन भी है। इन सर्किट हाउसों को सरकारी काम के लिए अलग-अलग जिला मुख्यालयों के दौरे पर जाते सरकारी अफसरों/कर्मचारियों के रहने के लिए बनाया गया था। रखरखाव और सुविधाओं पर होते खर्च के कारण अब यह राज्य सरकार के लिए वित्तीय बोझ बन चुके थे। इनसे वसूली भी नाममात्र ही है। यही वजह है कि अब निजी-सार्वजनिक हिस्सेदारी के तहत इन्हें चलाने का फैसला लिया गया है। हाल ही में अप्रैल में पंजाब कैबिनेट की हुई बैठक में इसे पीपीपी मोड पर चलाने की मंजूरी भी दे दी गई थी। धीमी रफ्तार से चल रहा सर्किट हाउस का काम
पुराने सर्किट हाउस कांप्लेक्स में 75 हजार वर्ग फुट एरिया में साल 2014 में आधुनिक बहुमंजिला सर्किट हाउस का निर्माण शुरू हुआ था। 22 करोड़ रुपये से बनाए जाने वाले सर्किट हाउस को साल 2016 में मुकम्मल किया जाना था। मगर सात साल बाद भी इसका निर्माण कार्य पूरा नहीं किया जा सका। पीआइडीबी चंडीगढ़ ने इसके निर्माण पर 11 करोड़ रुपये खर्च कर मात्र ढांचा ही तैयार किया जबकि इसका निर्माण कार्य मुकम्मल करने के लिए अभी भी इस पर करोड़ो रुपये खर्च होने है। दो वीवीआइपी सुइट और 60 एसी कमरे होंगे
इस बहुमंजिला सर्किट हाउस में दो वीवीआइपी सुइट होंगे, जिनमें मुख्यमंत्री या राज्यपाल अमृतसर दौरे के दौरान स्टे कर सकेंगे। इसमें 60 एसी बेडरूम बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा एक बड़ा कांफ्रेंस हाल, तीन मीटिंग हाल बनाए जाएंगे। सर्किट हाउस की पूरी इमारत पर सीसीटीवी से नजर रखी जाएगी और सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध किए जाएंगे।