विपक्ष ने मांगा जवाब, वैक्सीन की किल्लत क्यों दूर नहीं कर पा रही सरकार
अमृतसर में पिछले दस दिनों से लगातार वैक्सीन संकट उत्पन्न हो रहा है। प्रतिदिन 700-
जासं, अमृतसर: कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए भटक रहे लोगों का दर्द अब नासूर बनता जा रहा है। वे प्रतिदिन इस उम्मीद से वैक्सीन सेंटरों तक पहुंचते हैं कि आज तो टीका लग जाएगा, पर उनकी यह चाह पूरी नहीं हो पा रही। अमृतसर में पिछले दस दिनों से लगातार वैक्सीन संकट उत्पन्न हो रहा है। प्रतिदिन 700-800 डोज ही लगाई जा रही है, जबकि हजारों लोग लाइनों में प्रतीक्षा करने के बाद बैरंग लौट जाते हैं। दैनिक जागरण ने शनिवार के अंक में सरकारी उपेक्षा और लोगों की पीड़ा को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा लोगों से किए जा रहे दुव्यर्वहार को उजागर किया। इसके बाद विपक्ष ने सत्तापक्ष पर हमला बोला है। सरकार असमर्थ है तो इन्कार कर दे, लोग घरों में सुरक्षित तो रहेंगे: राजेश हनी
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश सचिव और भाजपा जनता युवा मोर्चा के प्रदेश प्रभारी एडवोकेट राजेश हनी ने दैनिक जागरण में छपी खबर की कटिंग अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट की है। राजेश हनी ने कहा कि पंजाब सरकार कोरोना वायरस की चेन तोड़ने में तो नाकाम रही है, साथ ही टीकाकरण में भी अब फिसड्डी साबित हो रही है। पिछले कई दिनों से लोग स्वास्थ्य केंद्रों में भटक रहे हैं। उन्हें कुछ दिन बाद आने को कहा जा रहा है। अगर सरकार वैक्सीन लगवाने में असमर्थ है तो लोगों को स्पष्ट इन्कार कर दे। इससे कम से कम लोग अपने घरों में सुरक्षित तो रहेंगे। इस पोस्ट में लोगों ने भी कमेंट कर सरकार को कोसा है। सरकार लोगों को जवाब दे, आखिर क्यों नाकाम रही है: गुरप्रताप टिक्का
शिरोमणि अकाली दल के प्रधान गुरप्रताप सिंह टिक्का ने भी खबर को अपने फेसबुक पेज पर अपलोड किया है। उनके अनुसार कोरोना काल में दुकानें बंद करवाकर, लोगों के चालान काटकर सरकार ने पहले ही लोगों की नाक में दम कर रखा है। अब वैक्सीन न देकर उनकी परेशानी और बढ़ाई है। सरकार जवाब दे कि पंजाब में कोरोना नियंत्रण में क्यों नहीं कर सकी? लोगों के लिए वैक्सीन का प्रबंध करने में क्यों नाकाम रही? यदि सरकार कुछ नहीं कर सकती तो सत्ता की कुर्सी त्याग दे। दअरसल सकत्तरी बाग स्थित सैटेलाइट अस्पताल में शनिवार को टीका लगवाने पहुंचे लोगों को स्टाफ ने जवाब दिया था कि वह उन नेताओं के आगे रोएं जिन्हें उन्होंने वोट दी थी।