एक बार फिर जेईई-मेन में चैतन्य ने पाए 99.95 पर्सेंटाइल

संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई-मेन) में शहर के लड़कों ने एक बार फिर परचम फहराया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 15 Sep 2021 06:50 PM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 05:58 AM (IST)
एक बार फिर जेईई-मेन में चैतन्य ने पाए 99.95 पर्सेंटाइल
एक बार फिर जेईई-मेन में चैतन्य ने पाए 99.95 पर्सेंटाइल

अखिलेश सिंह यादव, अमृतसर :

संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई-मेन) में शहर के लड़कों ने एक बार फिर परचम फहराया है। माल रोड स्थित टैगोर कालोनी निवासी शाल व्यापारी के बेटे चेतन्य गुप्ता व मानव गोयल ने स्वर्णिम सफलता एक बार फिर दोहराई है। चैतन्य ने मार्च 2021 में जेईई मेन की परीक्षा क्रमश 99.95 पर्सेंटाइल अर्जित किए थे। पहले तीन में एक और विद्यार्थी अपनी सफलता को दोहरा पाया है। वह वैभव सोबती है। उसने मार्च 2021 में अर्जित किए तीसरे स्थान से एक कदम छलांग लगाते हुए दूसरा स्थान पर अपना कब्जा किया है। वही तीसरा स्थान प्रतीक बमराह ने पाया है।

चैतन्य गुप्ता व प्रतीक बमराह आकाश इंस्टीट्यूट के विद्यार्थी है और वैभव फिटजी इंस्टीट्यूट का छात्र है। दैनिक जागरण ने जेईई-मेन में सफलता हासिल करने वाले इन होनहार विद्यार्थियों से बातचीत की। पेश है प्रमुख अंश :

चैतन्य का सपना रोबोटिक्स इंजीनियर बनना

दूसरी बार अपनी सफलता में निरंतरता बनाने वाले चैतन्य गुप्ता का सपना रोबोटिक्स इंजीनियर बनने का है। चैतन्य ने 99.95 पर्सेंटाइल हासिल किए हैं। वे इसरो से जुड़ना चाहते हैं। चैतन्य खगोलीय घटनाओं में गहरी दिलचस्पी रखते हैं। चैतन्य ने बताया कि उसे मशीनों में दिलचस्पी है। चैतन्य आइआइटी मुंबई में दाखिला लेकर रोबोटिक्स इंजीनियर बनेंगे। चैतन्य को क्रिकेट का शौक है। उसने बताया कि पढ़ाई में निरंतरता बनाए रखने के लिए कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं है। पिता ऋषि गुप्ता शास्त्री मार्केट में शाल व्यापारी है। मां शिल्पी गुप्ता गृहिणी है। घर में उसकी बहन दीक्षा है।

कंप्यूटर इंजीनियर बनेगा वैभव

जेईई मेन में टॉप थ्री में दूसरा स्थान हासिल करने वाले वैभव सोबती ने इस बार 99.88 पर्सेंटाइल अर्जित किए हैं। इससे पहले मार्च 2021 में आए जेईई मेन परीक्षा के तीसरे चरण के परिणाम में उसने 99.76 पर्सेंटाइल हासिल किए थे। इस बार उसका सर्वश्रेष्ठ स्कोर रहा है। वैभव क्रिकेट खेलने का शौक रखते हैं। साथ ही उनका सपना कंप्यूटर इंजीनियर बन कर अपना करियर संवारने का है। इस क्रम में उसने अपना बेस्ट स्कोर जेईई मेन में दिया है। इस बार के परिणाम से वह खुश है। इस कामयाबी से पिता मनीष सोबती व मां पूजा सोबती काफी खुश हैं।

कंप्यूटर इंजीनियर बन कर्तिमान स्थापित करना चाहते हैं प्रतीक

जेईई मेन के चौथे चरण की परीक्षा में प्रतीक सिंह बमराह ने इस बार 99.81 पर्सेंटाइल हासिल कर पहले तीन में जगह बनाने में कामयाबी हासिल की है। पिता सरबजीत सिंह माइनिग विभाग में इंस्पेक्टर हैं। मां परखदीप कौर हाउस वाइफ हैं। प्रतीक ने अशोक वाटिका पब्लिक स्कूल से प्लस टू की है। उनका सपना आइआइटी दिल्ली में एडमिशन लेकर कंप्यूटर साइंस इंजीनियर बन कीर्तिमान स्थापित करने का है।

तीन अक्टूबर को होगी जेईई एडवांस की परीक्षा

जेईई एडवांस की परीक्षा इस बार तीन अक्टूबर को आयोजित की जाएगी। उसके बाद फाइनल मेरिट लिस्ट तैयार होगी। इन विद्यार्थियों की असली परीक्षा उसके बाद शुरू होगी।

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