रविवार को स्टाफ को ड्यूटी पर बुलाया, करवाचौथ व्रत रखने वाली कर्मियों ने जताया रोष

मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की घोषणाएं जमीनी स्तर पर कार्यान्वित होने में निश्चित ही वक्त लेंगी।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 04:00 AM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 04:00 AM (IST)
रविवार को स्टाफ को ड्यूटी पर बुलाया, करवाचौथ व्रत रखने वाली कर्मियों ने जताया रोष
रविवार को स्टाफ को ड्यूटी पर बुलाया, करवाचौथ व्रत रखने वाली कर्मियों ने जताया रोष

जासं, अमृतसर: मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की घोषणाएं जमीनी स्तर पर कार्यान्वित होने में निश्चित ही वक्त लेंगी। उनकी घोषणाओं में दर्जा चार कर्मचारियों को सरकारी अवकाश की घोषणा भी थी। दूसरी तरफ करवाचौथ के मौके पर सिविल अस्पताल में महिला कर्मचारियों को काम पर बुला लिया गया। करवाचौथ पर सरकारी अवकाश नहीं होता, पर रविवार को छुट्टंी होती है। अस्पताल प्रशासन ने बीते शनिवार को ही इन कर्मचारियों को फरमान सुना दिया था कि वे रविवार को यहां हर हाल में उपस्थित हों।

दरअसल, सोमवार को चंडीगढ़ से 'लक्ष्य' टीम सिविल अस्पताल आ रही है। केंद्र सरकार के प्रोजेक्ट 'लक्ष्य' के अंतर्गत यह टीम सभी सरकारी अस्पतालों का निरीक्षण करती है। इस दौरान विशेषकर गायनी विभाग, लेबर रूम आदि के प्रबंधों का जायजा लेती है। ऐसे में टीम के आने से एक दिन पहले नंबर बनाने और व्यवस्था ठीक रखने के लिए अस्थायी कर्मचारियों को ड्यूटी पर बुलाया गया।

सिविल अस्पताल में कार्यरत इंदु नामक कर्मचारी ने बताया कि करवाचौथ के दिन उनके सहित सभी महिलाएं सुबह चार बजे उठीं और पूजा की। इस व्रत में अन्न-जल का त्याग करना पड़ता है। ऐसे में पूरा दिन अस्पताल में काम कैसे कर सकती हैं। अस्पताल प्रशासन ने वार्ड अटेंडेंट, सफाई व सुरक्षा कर्मियों को बुला लिया। कहा गया कि गायनी वार्ड, आपरेशन थिएटर व वार्डो में कोई कमी न रह जाए। सफाई व्यवस्था ठीक रहे। मजबूरी में वे यहां तो आ गईं, पर उपवास की वजह से काम करने में परेशानी आ रही है। अस्पताल प्रशासन को इससे कोई सरोकार नहीं। इन कर्मचारियों को महीने में दो छुट्टियां मिलती हैं। यदि दो से अधिक छुट्टी कर लें तो वेतन काट लिया जाता है। इंदु के अनुसार वह 1988 से स्वास्थ्य विभाग में कांट्रेक्ट की नौकरी कर रही हैं। महज 8300 रुपये वेतन मिलता है। न बोनस मिलता है, न इंक्रीमेंट लगाया जाता है। रविवार को ओपीडी बंद थी, तो फिर कर्मचारियों खासकर महिलाओं को बुलाने का क्या मतलब था। इस संबंध में एसएमओ से भी बात की, पर उन्होंने टीम के आने का हवाला दिया। कर्मचारियों की उपस्थिति जरूरी थी: सिविल सर्जन

सिविल सर्जन डा. चरणजीत सिंह ने कहा कि नेशनल क्वालिटी इंश्योरेंस की टीम सोमवार को आ रही है। इसके लिए रविवार को जो कमियां या जरूरी काम था वह निपटाया गया है। यही वजह रही कि सभी कर्मचारियों को उपस्थित रहने को कहा गया था। करवाचौथ पर्व के साथ जुड़ी महिलाओं की संवेदनाओं व भावनाओं का हम सम्मान करते हैं। नेशनल क्वालिटी इंश्योरेंस प्रोजेक्ट में हम पूर्व में नंबर वन खिताब हासिल कर चुके हैं। इसे बरकरार रखने के लिए सभी जरूरी प्रबंध किए गए हैं। हमने सीनियर डाक्टरों को भी छुट्टी के दिन बुलाया था। सोमवार सुबह ही टीम सिविल अस्पताल में पहुंचकर असेसमेंट शुरू कर देगी।

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