पुराने डीसी दफ्तर में जिला लाइब्रेरी शिफ्ट, अब लोगों को मिलेगा ज्ञान का खजाना

पिछले छह साल से बंद पुराना डीसी दफ्तर नवीनीकरण के बाद अब खुल गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 10:00 AM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 10:00 AM (IST)
पुराने डीसी दफ्तर में जिला लाइब्रेरी शिफ्ट, अब लोगों को मिलेगा ज्ञान का खजाना
पुराने डीसी दफ्तर में जिला लाइब्रेरी शिफ्ट, अब लोगों को मिलेगा ज्ञान का खजाना

विक्की कुमार, अमृतसर: पिछले छह साल से बंद पुराना डीसी दफ्तर नवीनीकरण के बाद अब खुल गया है। अब यहां डीसी की अदालत नहीं लगेगी बल्कि पुस्तकों का ज्ञान लोगों में बांटा जाएगा। पंजाब सरकार की रानी का बाग स्थित कामरेड सोहन सिंह जोश जिला जिला लाइब्रेरी को यहां पर शिफ्ट कर दिया गया है। करीब छह बड़े-बड़े हाल के रूप में बने कमरों को हेरिटेज लुक दिया गया है और अलग-अलग ब्लाक भी बनाए हैं। यहां बच्चों के लिए बाल विभाग तो बुजुर्गो के लिए अलग कमरा बनाया गया है जहां से वे पुस्तकों का ज्ञान हासिल कर सकेंगे। फिलहाल यह प्रयास जिला लाइब्रेरियन डा. प्रभजोत कौर के प्रयासों से ही संभव हो सका है। वह पिछले कई साल से इस लाइब्रेरी को शिफ्ट करवाने की कोशिश में लगी थीं। 500 रुपये लाइफटाइम मेंबरशिप, अब मेंबर बढ़ने की उम्मीद

जिला लाइब्रेरी का अगर फायदा लेना होगा तो उसे पहले सदस्यता लेनी होगी। पंजाब सरकार ने इसकी लाइफटाइम फीस 500 रुपये रखी है। रानी का बाग मे लाइब्रेरी की जगह काफी कम थी। अब उसे काफी जग मिल गई है। इस कारण सदस्य बढ़ने की भी उम्मीद है। अभी तक जिले में इसके 1600 सदस्य हैं। इस लाइब्रेरी में अलग-अलग विषयों की करीब 52321 पुस्तकें हैं। कोई भी यहां पुस्तकें पढ़ सकता है और यहां से लेजा भी सकता है। उसके भी दाम तय किए हैं। बाल विभाग में पुस्तकों के साथ खिलौने भी होंगे

लाइब्रेरी में इस समय में अंग्रेजी, पंजाबी, हिदी, धार्मिक बायोग्राफी के अलावा रेफरेंस सेक्शन, न्यूज पेपर सेक्शन, बाल विभाग, प्रेजेंटेंशन रूम बनाया गया है। यह लाइब्रेरी सुबह 10 से शाम पांच बजे तक खुली रहेगी। प्रेजेंटेशन रूम में एक प्रोजेक्टर भी लगाया गया है, जिसमें बच्चों व बुजुर्गों को जानकारी दी जाएगी। बाल विभाग में बच्चों का ज्ञान बढ़ाने के लिए पुस्तकें और उनके खेलने के लिए खिलौने भी रखे गए हैं। जिदगी का हिस्सा है लाइब्रेरी : जिला लाइब्रेरियन

जिला लाइब्रेरियन डा. प्रभजोत कौर का कहना है कि लाइब्रेरी का जीवन में काफी अहम हिस्सा है। हर जगह लाइब्रेरी के मायने है। उन्होंने लाइब्रेरी को आगे बढ़ाने की हरसंभव कोशिश की है और वह अब पूरी हुई है। अब उनका मकसद है कि इस लाइब्रेरी में ज्यादा से ज्यादा लोग आएं और इसका फायदा जिले के लोगों को मिल सके। पुराने डीसी दफ्तर में नवंबर 2015 में लगी थी आग

पुराने डीसी दफ्तर में पांच नवंबर 2015 को अचानक आग लग गई थी। आग के कारण दफ्तर पूरा जल गया था। यहां पर रखा रिकार्ड भी नष्ट हो गया था। शार्ट सर्किट के कारण यहां आग लगी थी। तब से लेकर यह इमारत खाली थी और अब इसका संरक्षण का काम किया जा रहा था जो पूरा होने के बाद यहां पर जिला लाइब्रेरी शिफ्ट की गई है।

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