गर्मी गई और सर्दी आई पर डीप फ्रीजर बंद डिब्बों से नहीं निकले बाहर

कोरोना वायरस से बचाव के लिए वैक्सीन को सुरक्षित रखने के लिए आए डीप फ्रीजर सिविल सर्जन कार्यालय में धूल फांक रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 08:30 AM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 08:30 AM (IST)
गर्मी गई और सर्दी आई पर डीप फ्रीजर बंद डिब्बों से नहीं निकले बाहर
गर्मी गई और सर्दी आई पर डीप फ्रीजर बंद डिब्बों से नहीं निकले बाहर

नितिन धीमान, अमृतसर: कोरोना वायरस से बचाव के लिए वैक्सीन को सुरक्षित रखने के लिए आए डीप फ्रीजर सिविल सर्जन कार्यालय में धूल फांक रहे हैं। स्थानीय अधिकारियों के उपेक्षापूर्ण रवैये के कारण इन बेशकीमती उपकरणों को निर्धारित अस्पतालों में नहीं पहुंचाया गया। नतीजतन आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित अस्पतालों में आइस बाक्स या रेगुलर फ्रिज में रखकर वैक्सीन को सुरक्षित रखने का प्रयास किया जा रहा है।

दरअसल, पंजाब हेल्थ सिस्टम कारपोरेशन ने गर्मियों में डीप फ्रीजर भेजे थे। स्वास्थ्य विभाग ने इसी वर्ष जनवरी में टीकाकरण की शुरुआत की थी। तब सिविल सर्जन कार्यालय स्थित रीजनल वैक्सीन स्टोर में एक प्लांट तैयार किया, जहां वैक्सीन की वायल्स को निर्धारित तापमान पर रखकर सुरक्षित किया जाता था। रीजनल स्टोर से वैक्सीन की वायलों को जिले के सात ब्लाकों में स्थित सरकारी अस्पतालों तक पहुंचाया जाता था। उस समय ब्लाकों के अस्पतालों में वैक्सीन को निर्धारित तापमान में रखने के लिए डीप फ्रीजर नहीं थे। ऐसे में आइस बाक्स या फ्रिज में रखा जाता रहा। वैक्सीन के लिए फ्रीज भी ज्यादा उपयोगी नहीं है, क्योंकि बिजली गुल होने पर गर्मी के कारण उसमें ठंडक समाप्त हो जाती है और वैक्सीन खराब होने का खतरा रहता है। इस स्थिति से बचने के लिए ये गर्मियों में डीप फ्रीजर भेजे गए थे। मगर हैरानी होगी कि चार डीप फ्रीजर को सिविल सर्जन कार्यालय स्थित सुविधा केंद्र के सामने खुले में रखवा दिया गया। फिर इन पर किसी ने भी ध्यान नहीं दिया। अब तो सर्दियां भी आ गई हैं। ऐसे समझें वैक्सीन स्टोरेज का गणित

कोरोना वैक्सीन को दो से आठ डिग्री सेल्सियस में सटोर किया जा सकता है। डीप फ्रीजर में माइनस 25 डिग्री तापमान रहता है। यदि किसी कारणवश बिजली आपूर्ति बाधित भी हो जाए तो डीप फ्रीजर में दो घंटे तक ठंडक बरकरार रहती है। इससे वैक्सीन खराब होने का खतरा नहीं रहता। सिविल सर्जन स्थित रीजनल वैक्सीन स्टोर में एक डब्ल्यूआइसी वाक इन कूलर है। इसमें 16 हजार 500 लीटर वैक्सीन यानी 15 लाख डोज रखने की क्षमता है। वहीं 100 से 150 लीटर क्षमता वाले सात आइएलआर डीप फ्रीजर हैं, जहां 11 लाख डोज सुरक्षित रखी जा सकती है। यहां से सभी टीकाकरण केंद्रों व ब्लाकों में स्थित अस्पतालों तक वैक्सीन पहुंचाई जाती है। संबंधित अधिकारी से जवाब तलब करेंगे: सिविल सर्जन

सिविल सर्जन डा. चरणजीत सिंह का कहना है कि मेरी जानकारी के अनुसार कुछ डीप फ्रीजर तो ब्लाकों में भेजे गए थे। सिविल सर्जन कार्यालय में डीप फ्रीजरों को यहां क्यों रखा गया है, इस संबंध में संबंधित अधिकारी से जवाबतलबी करेंगे। सोमवार को मैं स्वयं इसका जायजा लूंगा।

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