कोरोना टीकाकरण : अभियान गतिमान, 40 फीसद ने अपनाया संक्रमण से सुरक्षा कवच
कोरोना महामारी को मात देने के लिए शुरू किए टीकाकरण अभियान को स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों एवं डाक्टरों ने गतिमान किया। हालांकि बीते शनिवार को टीकाकरण की जो स्थिति रही सोमवार को भी लगभग वैसी ही थी।
जासं, अमृतसर : कोरोना महामारी को मात देने के लिए शुरू किए टीकाकरण अभियान को स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों एवं डाक्टरों ने गतिमान किया। हालांकि बीते शनिवार को टीकाकरण की जो स्थिति रही, सोमवार को भी लगभग वैसी ही थी। शाम पांच बजे तक जिले के तीनों स्वास्थ्य केंद्रों में कुल 120 डाक्टरों व सहयोगी स्टाफ का टीका लगाया जा सका, जबकि लक्ष्य 300 का था। सोमवार को टीका लगवाने वालों में 60 डाक्टर शामिल थे। कुल 40 फीसद टीकाकरण हुआ है, जबकि शनिवार को यह 34 फीसद था। बीते शनिवार को 78 स्वास्थ्य कर्मियों ने ही टीका लगवाया था। सोमवार को 100 का आंकड़ा पार हुआ, पर लक्ष्य से अभी बहुत पीछे है।
टीकाकरण के लिए निचले स्तर के स्वास्थ्य कर्मियों ने उत्साह नहीं दिखाया। सिविल अस्पताल में सुबह दस बजे टीकाकरण की शुरुआत हुई। जिला महामारी अधिकारी डा. मदन मोहन ने सिविल अस्पताल में सर्वप्रथम टीका लगवाया। उनके साथ मलेरिया विभाग के 24 और हेल्थ वर्कर भी आगे आए। दोपहर एक बजे तक महज 30 स्वास्थ्य कर्मियों ने ही टीका लगवाया।
फिर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के 2022 के लिए मनोनीत किए गए अध्यक्ष व पूर्व सिविल सर्जन डा. आरएस सेठी, जिला बीसीजी अधिकारी डा. विनोद कौंडल, असिस्टेंट मलेरिया आफिसर पवन शर्मा, तरलोक सिंह, सेनेटरी इंस्पेक्टर गुरदेव सिंह, जगतार सिंह, हरविदर सिंह, हरकंवल सिंह, राजेश शर्मा, परमजीत सिंह, बिक्रमजीत सिंह ने टीका लगवाया। गुरुनानक देव अस्पताल में गायनी विभाग की प्रभारी डा. सुजाता शर्मा, उनके पति व ईएनटी अस्पताल के प्रभारी डा. कर्मजीत ने टीका लगवाया। आइएमए ने संभाला मोर्चा
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आएएमए) ने भी मोर्चा संभाल लिया है। वर्ष 2022 के लिए नियुक्त किए गए आइएमए के अध्यक्ष डा. आरएस सेठी ने सोमवार को स्वयं टीका लगवाया और जिले में आइएमएस से संबंधित डाक्टरों को टीका लगवाने की अपील की। देर शाम सिविल सर्जन सहित तमाम प्रोग्राम आफिसर इस पर मंथन करते रहे कि किस तरह स्वास्थ्य कर्मियों को प्रेरित किया जाए। सिविल सर्जन कार्यालय में चंडीगढ़ से वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए विभाग के अधिकारी जुड़े। टीका लगवाकर काम पर लौटे डा. मदन
कोरोना काल में महत्वपूर्ण जिम्मेवारी संभाल रहे जिला महामारी अधिकारी डा. मदन मोहन
महामारी आफिसर डा. मदन मोहन आधा घंटा रिवकरी में रहे। इसके बाद सिविल सर्जन कार्यालय आए। वहां आकर मेडिकल रिपोर्ट तैयार कीं। इसके बाद मेडिकल कालेज एआरटी विभाग में डा. ज्योति के पास गए। हैपेटाइटिस सी के डाटा के बारे में बात कीं। दफ्तर में रुटीन का काम किया।