बस अड्डे से 1200 बसों का आवागमन रहा ठप, यात्री हुए परेशान

पंजाब रोडवेज की एक्शन कमेटी व पनबस कांट्रेक्ट वर्कर्स यूनियन की एक दिवसीय हड़ताल के कारण सरकारी बसों का पहिया वीरवार को जाम रहा। इससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 07:01 PM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 11:35 PM (IST)
बस अड्डे से 1200 बसों का आवागमन रहा ठप,  यात्री हुए परेशान
बस अड्डे से 1200 बसों का आवागमन रहा ठप, यात्री हुए परेशान

संवाद सहयोगी, अमृतसर : पंजाब रोडवेज की एक्शन कमेटी व पनबस कांट्रेक्ट वर्कर्स यूनियन की एक दिवसीय हड़ताल के कारण सरकारी बसों का पहिया वीरवार को जाम रहा। इससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। कर्मचारियों ने बस अड्डे के मुख्य प्रवेश द्वारों में बसों को सुबह से खड़ा कर दिया। इस कारण बसों का आवागमन बस अड्डे के भीतर से बिलकुल बंद रहा। हड़ताल का निजी बस आपरेटरों को पता लगने के कारण बसों को बस अड्डे से बुधवार की रात को बाहर निकाल लिया था। इस कारण निजी बस आपरेटरों ने बस अड्डे के बाहर से बसों का परिचालन किया।

बस अड्डे से रोजाना सरकारी बसों के अलावा निजी बसें, मिनी बसें तथा अन्य प्रदेशों की करीब 1200 बसों का आवागमन होता है। वीरवार को बस अड्डा पूरी तरह से ठप रहा। बस यात्री बस अड्डे पर सामान समेत प्रवेश करते थे पर बस न मिलने के कारण परेशान होकर बाहर सड़क पर खड़ी निजी बसों में बैठ कर जाने के लिए विवश हो रहे थे। इंद्र कुमार निवासी बटाला रोड ने कहा कि उसने किसी निजी काम के लिए पठानकोट जाना था। बस न मिलने से उनको मुश्किल उठानी पड़ी। जंडियाला, ब्यास व अन्य छोटे कस्बों में थ्री व्हीलर भी सवारियों को ले जाते हुए दिखाई दीं। कर्मचारियों ने मुख्य गेट में की रैली

पंजाब रोडवेज की एक्शन कमेटी व पनबस कांट्रेक्ट वर्कर यूनियन के नेताओं ने बस अड्डे के मुख्य गेट के बाहर रोष रैली करके सरकार की नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। विभिन्न नेताओं ने कहा कि सरकार बड़े घरानों को लाभ देने के लिए पंजाब रोडवेज के अस्तित्व को समाप्त करना चाहती है। गैर कानूनी ढंग से चल रही बसों के कारण एक साल में 550 करोड़ रुपये का नुकसान होता है। यूनियन ने किसान आंदोलन का भी समर्थन किया। इस अवसर पर जोध सिंह, केवल सिंह, सुखदेव सिंह, बलजीत सिंह, अमरजीत सिंह, बलदेव सिंह, अजय कुमार, बल बीर सिंह, कुलविदर सिंह, गुरचरण सिंह, हरमीत सिंह, परमदीप सिंह, वरिदर कुमार, परमजीत सिंह, दिलबाग सिंह, नरिदर, गुरसेवक व अन्य नेताओं ने संबोधित किया।

कर्मचारियों की मांगे

पीआरटीसी को पंजाब रोडवेज में विलय करने का प्रस्ताव वापस हो

पनबस की ऋण मुक्त बसों को स्टाफ सहित पंजाब रोडवेज में विलयन किया जाए।

पंजाब रोडवेज की 2407 का फ्लीट पूरा किया जाए।

अस्थायी कर्मचारियों को पहल के आधार पर पक्का किया जाए।

टाइम टेबल को ठीक करके पंजाब रोडवेज की बसों को शिफ्ट टाइम में लिया जाए।

गैर कानूनी ढंग से चल रही प्राइवेट बसों को बंद किया जाए।

1990 की ट्रांसपोर्ट पालिसी लागू किया जाए। क्या कहते है एसएस

बस अड्डे में तैनात एसएस इकबाल सिंह ने बताया कि बस अड्डे से हड़ताल के कारण कोई भी सरकारी बस नहीं चलाई गयी। बस अड्डे से करीब 1200 बसों का आवागमन होता है।

chat bot
आपका साथी