ज्ञान को हासिल कर देश के निर्माण में उपयोग करना ही सही शिक्षा: राज्यपाल

पंजाब के राज्यपाल एवं गुरु नानक देव विश्वविद्यालय के कुलपति बनवारी लाल पुरोहित ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में तकनीकी व रोजगार मुखी शिक्षा को लागू किया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 22 Nov 2021 08:58 PM (IST) Updated:Mon, 22 Nov 2021 08:58 PM (IST)
ज्ञान को हासिल कर देश के निर्माण में उपयोग करना ही सही शिक्षा: राज्यपाल
ज्ञान को हासिल कर देश के निर्माण में उपयोग करना ही सही शिक्षा: राज्यपाल

जासं, अमृतसर: पंजाब के राज्यपाल एवं गुरु नानक देव विश्वविद्यालय के कुलपति बनवारी लाल पुरोहित ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में तकनीकी व रोजगार मुखी शिक्षा को लागू किया गया है। यह युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने में अहम भूमिका निभाएगी। राज्यपाल गुरु नानक देव विश्वविद्यालय की 47वीं कन्वोकेशन के दौरान विद्यार्थियों को वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। राजपाल ने दीक्षांत समारोह में आना था परंतु उनके हेलिकाप्टर में अचानक तकनीकी खराबी आ गई, इसलिए वह आ नहीं सके।

राज्यपाल ने कहा कि देश व विश्व का विकास इस बात पर निर्भर करता है कि व्यक्ति की शिक्षा क्या है व उसके परिवार के संस्कार कैसे हैं। विद्यार्थियों को संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षा के दीप की सहायता से ही तरक्की का रास्ता रोशन होता है। खुशहाली तभी होगी जब व्यक्ति शिक्षित होगा। उन्होंने स्वामी रामकिशन परमहंस के शब्दों 'तब तक मैं जीवन हूं तब तक मैं सीखता रहूंगा' को अपने जीवन का हिस्सा बनाने का आह्वान किया। स्वामी विवेकानंद को याद करते हुए उन्होंने कहा कि सिर्फ जानकारी इकट्ठा करना ही शिक्षा हासिल नहीं है बल्कि इस जानकारी को समाज व देश के निर्माण तथा तरक्की में उपयोग करना ही सही शिक्षा है। नई शिक्षा नीति इस की तरफ कदम है।

जीएनडीयू के दशमेश आडिटोरियम में दीक्षांत समारोह के दौरान 164 विद्यार्थियों को पदक, 225 को पीएचडी, सात को एमफिल,99 को पोस्ट ग्रेजुएशन और 64 को अंडर ग्रेजुएट डिग्रियां प्रदान की गई। इस दौरान मेडिकल विशेषज्ञ डा. त्रिलोचन सिंह कलेर और आर्टिस्ट अर्पणा कौर को मानद उपाधि देकर सम्मानित किया गया। विद्यार्थियों को जीएनडीयू के उपकुलापति डा. जसपाल सिंह संधू और सांसद गुरजीत सिंह औजला ने डिग्रियां प्रदान कीं। जीएनडीयू के वीसी डा. जसपाल सिंह ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों पर विशेष रिपोर्ट पेश की। वहीं आनलाइन कोर्स शुरू करने संबंधी बताया कि यह कोर्स युवाओं को रोजगार दिलवाने व आत्मनिर्भर बनाने में विशेष योगदान देंगे। ग्रामीण स्कूलों की शिक्षा दयनीय, इसे ऊंचा उठाना है जरूरी: औजला

सांसद गुरजीत सिंह औजला ने विद्यार्थियों से कहा कि आज शिक्षा का स्तर व खास कर ग्रामीण स्कूलों की शिक्षा की दयनीय हालत के लिए हम सभी जिम्मेदार है। उच्च शिक्षा तभी मजबूत होगी जब स्कूली शिक्षा का स्तर बढि़या होगा। डिग्रियां हासिल करने वाले विद्यार्थियों को चाहिए कि वह अपने उन ग्रामीण स्कूलों का स्तर उठाने में भी योगदान डालें यहां से उन्होंने शिक्षा हासिल की है। उन्होंने कहा कि बहुत सारे निजी स्कूल अभिभावकों व विद्यार्थियों का शोषण कर रहे है जिस के लिए सरकारी शिक्षा संस्थानों को मजबूती प्रदान करनी जरूरी है। डिग्री हासिल करने का फायदा तभी है जब हम प्राप्त शिक्षा से समाज और देश को तरक्की प्रदान कर सकें। डा. टीएस कलेर और डा. अपर्ण कौर को डाक्टरेट की मानद उपाधि से नवाजा

इस दौरान दिल के रोगों के विशेषज्ञ डा. टीएस कलेर को डाक्टरेट की मानद उपाधि दी गई। वहीं डाक्टरेट की मानद उपाधि हासिल करने वाले प्रसिद्ध आर्टिस्ट व प्रसिद्ध लेखिका अजीत कौर की पुत्री डा. अपर्ण कौर ने प्रत्येक व्यक्ति को अपना जीवन समाज व देश को आगे लेकर जाने में लगाना चाहिए। इस लिए देश में सेहत व शिक्ष को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। इस दौरान वीसी डा. जसपाल सिंह ने अतिथि को सम्मानित किया । इस दौरान रजिस्ट्रार डा केएस काहलों, डीन अकादमिक डा हरदीप सिंह, डीन छात्र कल्याण अनीश दुआ समेत विभिन्न विभागों के मुखी और टीचिग व नान टीचिग स्टाफ मौजूद था।

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