नगाड़ों व नरसिघों की गूंज में श्री अकाल तख्त से निकला भव्य नगर कीर्तन

। श्री गुरु रामदास जी के प्रकाश पर्व पर एसजीपीसी द्वारा संगत व अलग-अलग सभा सोसायटियों के सहयोग ने शहर में भव्य नगर कीर्तन निकाला गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Oct 2019 12:42 AM (IST) Updated:Tue, 15 Oct 2019 06:06 AM (IST)
नगाड़ों व नरसिघों की गूंज में श्री अकाल 
तख्त से निकला भव्य नगर कीर्तन
नगाड़ों व नरसिघों की गूंज में श्री अकाल तख्त से निकला भव्य नगर कीर्तन

जागरण संवाददाता, अमृतसर

अमृतसर के संस्थापक व चौथे गुरु श्री गुरु रामदास जी के प्रकाश पर्व पर एसजीपीसी द्वारा संगत व अलग-अलग सभा सोसायटियों के सहयोग ने शहर में भव्य नगर कीर्तन निकाला गया। विशाल नगर कीर्तन नगाड़ों, जयकारों और नरसिघों की गूंज में श्री अकाल तख्त साहिब से शुरू हुआ। श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का पावन स्वरूप पालकी साहिब में सुशोभित करने की सेवा श्री हरिमंदिर साहिब के मुख्य ग्रंथी ज्ञानी जगतार सिंह ने निभाई। नगर कीर्तन में हजारों की संख्या में पहुंची संगत ने सतनाम श्री वाहेगुरु का जाप कर रही थी।

नगर कीर्तन में हेलीकाप्टर से की गई फूलों की वर्षा संगत में विशेष आकर्षण का केंद्र रही। नगर कीर्तन के सत्कार में पुलिस बैंड, स्कूली बैंड, गतका पार्टियों ने भी शमूलियत की। एसजीपीसी के अध्यक्ष गोबिद सिंह लोंगोवाल , श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह , तख्त केसगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुबीर सिंह, शिरोमणि बुडढा दल के मुखी बाबा बलबीर सिह 96 करोड़ी , बाबा सेवा सिंह खडूर साहिब वाले, अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह और अलगअलग धार्मिक संगठनों, सभा सोसाइटियों के प्रतिनिधि, एसजीपीसी के पदाधिकारी, सदस्य और कर्मचारी भी नगर कीर्तन में शामिल हुए।

गुरु साहिब के प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में आयोजित यह नगर कीर्तन पिछले वर्ष की तरह ही पुराने शहर में से 12 दरवाजों से होता हुआ देर शाम श्री अकाल तख्त साहिब पर ही पहुंचकर संपन्न हुआ।

नगर कीर्तन के दौरान श्री अकाल तख्त साहिब के हेड ग्रंथी ज्ञानी गुरमुख सिंह , एसजीपीसी कार्यकारिणी के भाई मंजीत सिंह , खुशविदर सिंह भाटिया, डीसी शिवदुलार सिंह ढिल्लों, मेयर कर्मजीत सिंह रिटू, पुलिस कमिश्नर सुखचैन सिंह, रजिदर सिंह मेहता, राम सिंह, बलदेव सिंह चुंघ, गुरमीत सिंह बूह, हरजाप सिंह सुल्तानविड , बाबा मोहन सिंह , दरबार साहिब के मैनेजर जसविदर सिंह दीनपुर, सुखदेव सिंह भूरा कोहना, प्रताप सिंह , बाबा जस्सा सिंह , दिलजीत सिंह बेदी, बलविदर सिंह जौड़ासिघा आदि भी शामिल हुए। नगर कीर्तन का संगत ने किया भव्य स्वागत

गुरु नगरी की संगत की ओर से शहर के 12 दरवाजों पर नगर कीर्तन का भव्य स्वागत किया गया। शहर के इन ऐतिहासिक दरवाजों को विशेष रूप में सजाया गया था। अलग-अलग सोसायटियों के प्रतिनिधि को सिरोपे भेंट कर सम्मानित किया गया। श्री गुरु ग्रंथ साहिब को रूमाले भेंट किए गए। पांच प्यारों को सिरोपे देकर सम्मानित किया गया। नगर कीर्तन के स्वागत में स्कूलों व कॉलेजों के विद्यार्थी कतारें बना कर खडे़ रहे। रास्ते में अलग- अलग पड़ाव में लंगर, खानपान की वस्तुओं, फलों, पानी आदि की व्यवस्था की गई थी। गुरु साहिब के जीवन व शिक्षाओं से संबंधित साहित्य भी संगत में बांटा गया। यह साहित्य हिदी, अंग्रेजी व पंजाबी भाषा में उपलब्ध था। एसजीपीसी के अध्यक्ष गोबिद सिंह लोंगोवाल और श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह और तख्त केसगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुबीर सिंह प्रकाश पर्व की सारी संगत को बधाई भी दी। विमान से फूलों की वर्षा बनी आकर्षण का केंद्र

नगर कीर्तन के दौरान विमान से की गई फूलों की वर्षा संगत के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रही। इस नजारे की लोगों में काफी चर्चा रही। कई वर्षो के बाद नगर कीर्तन में हवाई जहाज के माध्यम से फूलों की वर्षा की गई । करीब 40 मिनट तक यह फूलों की वर्षा होती रही।

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