दुकानदार का आरोप: एमएलए साहब! डीएचओ ने सैंपल रोकने के लिए ठगे 16 हजार
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डाक्टर इंद्र मोहन गुप्ता पर दुकानदार को धमकाने के साथ-साथ 16000 ऐंठने के आरोप लगे हैं।
संवाद सहयोगी, छेहरटा (अमृतसर): जिला स्वास्थ्य अधिकारी डाक्टर इंद्र मोहन गुप्ता पर दुकानदार को धमकाने के साथ-साथ 16000 ऐंठने के आरोप लगे हैं। करमजीत सिंह नारायणगढ़ में आटा की चक्की चलाने के साथ-साथ किराने की दुकान चलाते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि दो जून को जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. इंद्र मोहन गुप्ता अपनी टीम के साथ उनकी दुकान पर आए और सैंपलिग के नाम पर उनको धमकाने लगे। उनसे अभद्र व्यवहार किया। डाक्टर इंद्र मोहन गुप्ता ने कथित तौर पर उनसे 50,000 रुपये की मांग की। न देने पर दुकान के सैंपल भरने के लिए कहा। बाद में 16,000 देने में सहमति बनी। आटा चक्की और दुकान में कैमरे लगे होने के कारण डाक्टर उनके साथ गोदाम में गए और वहां उनसे पैसे लिए। यह घटना दो जून शाम पांच बजे की है। करमजीत ने यह भी आरोप लगाया कि डा. इंद्र मोहन गुप्ता राशि लेने के बाद चार बोतल सरसों का तेल और देसी घी का टीन भी अपने साथ ले गए। सारे सामान की अदायगी उन्हें नहीं की गई है।
इसी मामले में रविवार को दुकानदार यूनियन के प्रधान शिवकुमार की अगुवाई में दुकानदार जिला सेहत अफसर के खिलाफ एकजुट हो गए। दुकानदारों ने मामले की शिकायत विधायक डा. राजकुमार वेरका से करके कार्रवाई की मांग की है। डा. राजकुमार ने डीएचओ इंद्रमोहन गुप्ता व सिविल सर्जन डा. चरणजीत सिंह को बुलाकर जवाब मांगा है। सभी दुकानदार 14 जून सोमवार को विजिलेंस एसएसपी परमपाल को एक शिकायत सौंप कार्रवाई की मांग करेंगे। मुझे फंसाया जा रहा: डा. इंद्र मोहन
डा. इंद्र मोहन गुप्ता ने कहा कि उन्हें इस मसले में फंसाया जा रहा है। उन्होंने दुकान में सैंपल भरे हैं जिसको जांच के लिए भेज दिया गया है। जो भी रिपोर्ट आएगी, उसके तहत कार्रवाई की जाएगी। कांग्रेस नेता राजीनामा करवाने में जुटा
इस सारे मसले में एक बड़े कांग्रेसी नेता की भी भागीदारी सामने आ रही है। वह नेता दुकानदारों और अफसर के बीच राजीनामा करवाने के साथ-साथ दोबारा दुकानदारों को पैसे लौटाने की बात कर रहा है। लेकिन दुकानदार अफसर के खिलाफ कार्रवाई कराने के लिए अमादा है।