गोल-गप्पे, कुल्फी खाकर मिस दिवा यूनिवर्स हरनाज ने लिया बचपन की यादों का आनंद
गुरदासपुर के कोहाली गांव में जन्मी हरनाज कौर संधू मिस दिवा यूनिवर्स-2021 का ताज पहनने के बाद मंगलवार को शहर पहुंची।
जासं, अमृतसर: गुरदासपुर के कोहाली गांव में जन्मी हरनाज कौर संधू मिस दिवा यूनिवर्स-2021 का ताज पहनने के बाद मंगलवार को शहर पहुंची। यहां पहुंच कर हरनाज ने दरबार साहिब में माथा टेककर वाहेगुरु के समक्ष माथा टेकते हुए अब आगे मिस यूनिवर्स में भी जीत सुनिश्चित करने के लिए अरदास की। इस दौरान वह बचपन के उन दिनों में खो गई जब वह माता-पिता के साथ गुरुनगरी आया करती थी और खूब स्वादिष्ट चीजें खाती थीं।
हरनाज ने शहर की विभिन्न लोकेशन पर जाकर अपना फोटो शूट करवाया। इस दौरान हरनाज ने कहा कि इतना बड़ा खिताब जीतना, उनके लिए बेहद गर्व वाली बात है। इसमें उनके परिवार का बहुत सहयोग रहा है। उनका पूरा परिवार खेती या ब्यूरोक्रेट्स से संबंधित रहा है। मगर 2017 में कालेज में अचानक एक शो के दौरान उन्होंने स्टेज साझा की और उसके बाद यह सफर शुरू हो गया। इसी का नतीजा है कि अब वह मिस दिवा यूनिवर्स चुनी गई हैं। 2019 में वह फेमिना मिस इंडिया का भी हिस्सा रह चुकी हैं। हरनाज ने बताया कि उन्हें घुड़ सवारी करने, तैराकी करने और घूमने का बेहद शौक है। जब भी वह फ्री रहती हैं तो अपने इन्हीं शौक को पूरा करती हैं। कुलचे-छोले खाए, साथ में लस्सी भी पी
हरनाज ने बताया कि वह खाने-पीने की भी बहुत शौकीन हैं। यही कारण है कि अमृतसर पहुंचने पर सबसे पहले उन्होंने यहां के मजेदार खाने को चखा। इसमें विशेष कर कुलचे-छोले खाए और साथ में लस्सी भी पी। इसके अलावा उन्होंने गोल गप्पे, कुल्फी का भी आनंद लिया। शहर की तंग गलियों में घूमना बहुत अच्छा लगा। फुलकारी, पापड़, पंजाबी जुत्ती आदि की खरीद की और पुराने दिनों को याद किया। जब बचपन में माता-पिता के साथ गुरुनगरी आया करती थी और इसी तरह सामान खरीदते थे।