जूनियर डाक्टरों ने नहीं खोला मुख्य गेट, बेबस मरीजों को इमरजेंसी गेट से होकर अंदर जाना पड़ा

सरकारी मेडिकल कालेज में कार्यरत जूनियर रेजिडेंट डाक्टरों ने शनिवार को भी ओपीडी सेवाओं का बहिष्कार किया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 08:14 PM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 08:14 PM (IST)
जूनियर डाक्टरों ने नहीं खोला मुख्य गेट, बेबस मरीजों को इमरजेंसी गेट से होकर अंदर जाना पड़ा
जूनियर डाक्टरों ने नहीं खोला मुख्य गेट, बेबस मरीजों को इमरजेंसी गेट से होकर अंदर जाना पड़ा

जासं, अमृतसर: सरकारी मेडिकल कालेज में कार्यरत जूनियर रेजिडेंट डाक्टरों ने शनिवार को भी ओपीडी सेवाओं का बहिष्कार किया। इस दौरान उन्होंने ओपीडी का मुख्य गेट पहले की तरह ही बंद रखा। ऐसे में मरीजों को अंदर जाने नहीं दिया गया। बेबस मरीजों को इमरजेंसी गेट से होकर ओपीडी तक पहुंचना पड़ा। इसी बीच मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. केडी सिंह ने जूनियर डाक्टरों को बुलाकर मरीजों को आ रही परेशानी के बारे में बात कही। डा. केडी ने कहा कि हड़ताल आपका अधिकार है, पर मरीजो को यह जरूर बताएं कि ओपीडी में जाने के और भी कई रास्ते हैं। जूनियर डाक्टरों ने कहा कि अब वह मरीजों को इमरजेंसी द्वार, बेबे नानकी मदर एंड चाइल्ड केयर सेंटर से जाने को कहेंगे। डा. केडी ने कहा कि सर्जरी की प्रक्रिया में सीनियर डाक्टरों का सहयोग करो। जूनियर डाक्टर इस पर भी राजी हुए। रविवार को जूनियर डाक्टरों का समूह मेडिकल शिक्षा एवं खोज विभाग के मंत्री डा. राजकुमार वेरका से मिलेगा। सफाई कर्मियों का धरना रहा जारी

नौकरी से निकाले गए सुलभ इंटरनेशनल कंपनी के सफाई कर्मचारियों ने शनिवार को भी धरना जारी रखा। कर्मचारियों ने कहा कि सरकार ने दस साल तक काम कर चुके कर्मचारियों को रेगुलर करने की बात कही है, पर हमें तो नौकरी से निकाला गया हैं

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