एसजीपीसी के कार्यालयों में अनैतिक गतिविधियों की घटनाएं बन रही मुसीबत

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के गलियारे में कथित अश्लील घटनाओं की वृद्धि प्रबंधकों के लिए एक मुसीबत बनती जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 07:00 AM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 07:00 AM (IST)
एसजीपीसी के कार्यालयों में अनैतिक गतिविधियों की घटनाएं बन रही मुसीबत
एसजीपीसी के कार्यालयों में अनैतिक गतिविधियों की घटनाएं बन रही मुसीबत

जासं, अमृतसर : शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के गलियारे में कथित अश्लील घटनाओं की वृद्धि प्रबंधकों के लिए एक मुसीबत बनती जा रही है। यही कारण है कि एसजीपीसी की कार्यकारिणी की बैठक में फैसला लिया गया कि कोई भी कर्मचारी अगर इस तरह की अश्लील हरकतों में शामिल पाया गया तो उसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे डिसमिस किया जाएगा। गुरुद्वारा गंगसर जैतों की घटना के बाद संगत के दबाव के कारण एसजीपीसी को गुरुद्वारा के मैनेजर समेत चार कर्मचारियों को डिसमिस करना पड़ा था। एसजीपीसी के पास कुछ दिनों से इस तरह की घटनाओं की कई शिकायतें पहुंची है। इसमें एसजीपीसी की ओर से कोई भी सख्त कार्रवाई नहीं की गई। यहां दबाव बढ़ जाता है या फिर वह घटना के तथ्य अधिक वायरल हो जाते हैं तो वहां एसजीपीसी को कार्रवाई के लिए मजबूर होना पड़ा है। कुछ दिन पहले सामने आए मामलों में एसजीपीसी की चुप्पी एसजीपीसी व पंथक गलियारे में चर्चा का विषय बनी हुई है।

एसजीपीसी का एक कार्यालय है। जो हरिमंदिर साहिब आने वाली संगत के साथ सूचनाओं का आदान प्रदान करता है। इस कार्यालय की रसोई में एक सेवादार की ओर से कार्यालय के बाहर की महिला के साथ कुछ समय इकट्ठा बिताए जाने का मामला उच्च अधिकारियों तक पहुंचा। कर्मी का वहां से तबादला कर दिया गया। परंतु कुछ राजनीतिक नेताओं और अकाली दल के नेताओं की सिफारिश और आए फोन के बाद उसका तबादला भी रोक दिया गया। इसी तरह एसजीपीसी की ओर से एक नया विभाग शुरू किया गया है। वहां 20 के करीब नया स्टाफ भर्ती किया गया। इस विभाग के कुछ कर्मचारियों का इंटरनेट मीडिया पर अश्लील मैसेज भेजने का मामला भी चर्चा में है। आरोपित कर्मचारी को एसजीपीसी की कार्यकारिणी की बैठक में निलंबित कर दिया गया। परंतु राजनीतिक दबाव के चलते उसे दोबारा बहाल कर दिया गया। एक ग्रंथी की भी कथित गलत हरकतों वाली रिकार्डिंग चर्चा में है। इस मामले को भी कुछ बढ़े अधिकारियों ने दबाया दिया है। इस तरह की सामने आ रही घटनाएं एसजीपीसी के नेतृत्व के लिए मुसीबत के साथ साथ चुनौती बनी हुई हैं। एसजीपीसी में अनैतिक गतिविधियां सहन नहीं होंगी: जगीर कौर

एसजीपीसी की अध्यक्ष बीबी जगीर कौर ने कहा कि एसजीपीसी में अनैतिक गतिविधियों को सहन नहीं किया जाएगा। कार्यकारिणी ने फैसला लिया है कि गलत गतिविधियों में अगर कोई भी कर्मचारी शामिल पाया जाता है तो उसे तुरंत डिसमिस करने उसकी सेवाओं को खत्म किया जाएगा। मर्यादा के खिलाफ एसजीपीसी के कार्यालयों में किसी भी तरह की गतिविधि को सहन नही किया जाएगा आरोपी चाहे कितनी भी बडी पोस्ट पर क्यों न तैनात हो।

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