आखिर सिद्धू की ताजपोशी में जुट ही गए उनकी कर्मस्थली के सभी नेता
पंजाब प्रदेश कांग्रसे कमेटी का प्रधान बनाए जाने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू को अपनी ही सियासी पिच यानी अमृतसर से ही चुनौती मिल रही थी।
विपिन कुमार राणा, अमृतसर: पंजाब प्रदेश कांग्रसे कमेटी का प्रधान बनाए जाने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू को अपनी ही सियासी पिच यानी अमृतसर से ही चुनौती मिल रही थी। शुक्रवार को चंडीगढ़ में हुई सिद्धू की ताजपोशी में जहां मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह सभी गिले शिकवे दरकिनार कर पहुंचे, वहीं अमृतसर में भी अभी तक जो नेता उनसे दूरी बनाए हुए थे, उन्होंने भी हाजिरी भरी।
सिद्धू के प्रधान बनने के बाद बनी कांग्रेस की गुटबंदी के हालात का काफी हद तक पार तो बुधवार को श्री दरबार साहिब के दर्शनों के दौरान ही पा लिया गया था। उस दिन सुबह उनके निवास पर एकजुट हुए विधायकों में अभी तक उनसे दूर चल रहे मेयर करजीत सिंह रिटू भी पहुंचे गए थे, पर कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश सोनी, नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन दिनेश बस्सी और अजनाला से विधायक हरप्रताप सिंह उनसे दूर थे। ताजपोशी समारोह में ये सभी नेता आज पहले पंजाब भवन में मुख्यमंत्री की रहनुमाई में एकत्रित हुए और वहीं से उनके साथ सेक्टर 15 स्थित पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यालय पहुंचे, जहां ताजपोशी समारोह रखा था। समारोह में विधायक राजकुमार वेरका, सुनील दत्ती, इंद्रबीर सिंह बुलारिया, तरसेम सिंह डीसी, संतोख सिंह भलाईपुर, सुखविदर सिंह डैनी, मेयर करमजीत सिंह रिटू, ट्रस्ट के चेयरमैन दिनेश बस्सी, पंजाब सीवरेज बोर्ड के सीनियर वाइस चेयरमैन राजकंवलप्रीत सिंह लक्की, पार्षद शैलिदर शैली, सौरभ मिट्ठू मदान, सतीश बल्लू, दमनदीप सिंह, कांग्रेस शहरी की प्रधान जतिदर सोनिया, देहाती प्रधान भगवंत पाल सिंह सच्चर के अलावा बड़ी संख्या में नेता व वर्कर हाजिर रहे। सिद्धू सहित नौ विधायक आए साथ
जिले की 11 विधानसभा सीटों में से 10 पर कांग्रेस का कब्जा है और दर्जनभर से ज्यादा बोर्डों के चेयरमैन व वाइस चेयरमैन अमृतसर से बने हुए है। ताजपोशी समारोह में सिद्धू सहित नौ के नौ विधायक जहां हाजिर रहे, वहीं बोर्डों व कारपोरेशन के चेयरमैन व वाइस चेयरमैन भी पहुंचे। इससे वर्करों में संकेत गया है कि सब एक मंच पर आ गए है और आने वाले समय में कांग्रेस मजबूत होगी। बड़ी संख्या में गए नेता व वर्कर
शहर के सिद्धू के ताजपोशी समारोह में बड़ी संख्या में वर्कर गए। विशेषकर विधायकों द्वारा अपने समर्थकों को खास तौर पर पहुंचने के लिए कहा गया था, जिसे लेकर शहर से सुबह ही विभिन्न काफिले चंडीगढ़ के लिए रवाना हुए। खासकर जो विधायक सिद्धू के करीबी है, उन्होंने तो ताजपोशी समारोह में अधिकाधिक वर्कर पहुंचे, इसके लिए पूरा तरह से जीजान लगा दी।