कल को बचाने के लिए मंगल सिह संजो रहे धरती में जल

जल है तो कल है। प्रकृति का यह अनमोल उपहार आने वाली पीढि़यों के लिए भी बचा रहे हैं मंगल सिंह किशनपुरी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 07:00 AM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 07:00 AM (IST)
कल को बचाने के लिए मंगल सिह संजो रहे धरती में जल
कल को बचाने के लिए मंगल सिह संजो रहे धरती में जल

अखिलेश सिंह यादव, अमृतसर

जल है तो कल है। प्रकृति का यह अनमोल उपहार आने वाली पीढि़यों के लिए भी बचा रहे हैं मंगल सिंह किशनपुरी। जंडियाला गुरु में साढे़ चार एकड़ क्षेत्र में फैले सेंट सोल्जर इलाइट कान्वेंट स्कूल को संचालित कर रहे मंगल सिंह का एकमात्र ध्येय बेशकीमती जल की एक-एक बूंद को बचाने का भी होता है। 68 वर्षीय मंगल सिंह विद्यार्थियों को प्रकृति से जुड़ने का संदेश भी देते हैं। उनके इस नेक काम में उनकी जीवनसंगिनी अमरप्रीत कौर भी योगदान दे रही हैं।

सेंट सोल्जर इलाइट कान्वेंट में बतौर डायरेक्टर मंगल सिंह किशनपुरी ने बारिश के जल को संजोने के लिए तीन रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम (आरडब्ल्यूएचएस) स्थापित किए हैं। इनके जरिए वह बारिश के पानी को जमीन में समाहित कर रहे हैं। अब तक वह करोड़ों लीटर पानी को जमीन में पहुंचा चुके हैं। जलयोद्धा मंगल सिंह का कहना है कि सरकारों के जल अभियान को शुरू करने से पहले ही उनके मन में एक सोच थी कि जल बेशकीमती है और इसे आने वाली पीढि़यों के लिए संजोने की आवश्यकता है। इस सोच के साथ ही उन्होंने स्कूल में एक नहीं बल्कि तीन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम स्थापित किए। व्यर्थ बहने वाले पानी को पौधों और खेल ग्राउंड में करते हैं प्रयोग

मंगल सिंह ने वाटर ट्रीटमेंट प्लांट भी लगाया है जिसमें व्यर्थ बहने वाला जल सिचाई व खेल मैदान में छिड़काव के लिए इस्तेमाल करते हैं। यह वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पुरातन पद्धति के अनुसार काम करता है। उन्होंने चार जलकुंड बनाए हैं और इनसे होकर वाटर प्यूरीफाई होता है। इसके बाद वह मोटर चलाकर पांचवें जल कुंड से पानी की बौछार पौधों और ग्राउंड में छिड़काव के लिए प्रयोग करते हैं। लोगों से आह्वान

भविष्य में बच्चे पैसे तो कमा लेंगे पर पानी नहीं के बिना जीवन संकट में होगा

मंगल सिंह किशनपुरी ने कहा कि जल है तो जीवन की कल्पना की जा सकती है। अगर आज से ही हम इस ओर ध्यान नहीं देंगे तो, आने वाले समय में पानी की भारी किल्लत पैदा हो जाएगी। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे दिन में कम से कम एक लीटर पानी अवश्य बचाएं। हमें इस बात पर विचार करने की आवश्यकता है कि हम अपने बच्चों के लिए रुपए-पैसे छोड़कर जाएं या पानी क्योंकि रुपए-पैसे तो वे भी कमा सकते हैं, लेकिन पानी ही नहीं होगा तो पैसे का क्या करेंगे। परिवार में चार संतानें

डायरेक्टर मंगल सिंह किशनपुरी व प्रिसिपल अमरप्रीत कौर की चार संतानें हैं। इनमें एक बेटी अमनदीप कौर चविडा देवी में सेंट सोल्जर स्कूल में प्रिसिपल हैं। दूसरी बेटी तनवीर इंजीनियर है और कनाडा में सेटल है। एक बेटी इबादत कौर और बेटा पदमजोत सिंह पढ़ रहे हैं। वे भी जल को बचाने में पूरा सहयोग करते हैं।

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