ग्राहकों के प्यार और विश्वास का जोश दिखाया, जिससे कारोबार में आई रफ्तार

जतिन ने सोशल मीडिया के जरिए अपने ग्राहकों को सैलून की अलग-अलग सर्विस के बारे में बताना शुरू किया। उन्होंने बताया कि किस तरह से पूरा स्टाफ बहुत ही सुरक्षित तरीके से और सरकार की हर एक गाइडलाइन का पालन करते हुए अपनी सेवाओं दे रहे हैं।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 11:41 AM (IST) Updated:Mon, 26 Oct 2020 11:41 AM (IST)
ग्राहकों के प्यार और विश्वास का जोश दिखाया, जिससे कारोबार में आई रफ्तार
अमृतसर जीटी रोड पर स्थित नेल सैलून। (जागरण)

अमृतसर, जेएनएन। गिरना, फिर उठना, फिर से गिरना और दोबारा अपने पैरों पर खड़ा होना। कुछ ऐसा ही पूरी दुनिया पिछले कुछ महीनों में सीख रही है। क्योंकि कोरोना वायरस जैसे ही फैलना शुरू हुआ तो हर किसी के मन में भय और दहशत का माहौल बनना शुरु हो गया था। लोगों घरों में बंद थे और अर्थव्यवस्था पूरी तरह से डगमगा चुकी थी। बहुत सारे कारोबार बंद हो गए थे। लोगों का रोजगार छिन चुका था। जो कर्मचारी काम करते थे। उन्हें वेतन देने के लिए पैसे नहीं थे। मगर इन सारे हालातों के विपरित जाकर सरवाइव करना और कारोबार को पहले से ज्यादा चलाना ही जिंदगी है। यह मानते है जोकि जीटी रोड स्थित नेल सैलून के मालिक जतिन गांधी का।  
जिन्होंने न केवल अपने कारोबार को दोबारा से पैरों पर खड़ा किया, बल्कि अपने पूरे स्टाफ का साथ निभाते हुए बुरे दौर में मदद भी की। जतिन ने बताया कि तीन महीने तक घर पर बैठे रहे। ऐसे में चिंता सताने लगी थी। क्योंकि उनके पास जो कर्मचारी पहले से काम कर रहे थे उनको भी जरूरत थी। मगर ऐसे हालातों से निपटने के लिए योजना बनाई। सबसे पहले तो ग्राहकों का विश्वास और प्यार जो एक लंबे समय से उनके साथ चला आ रहा है। उसी के जरिए उन्होंने वापस अपने ग्राहकों के साथ संपर्क साधा। हालांकि बहुत मुश्किल समय था। क्योंकि लोग कहीं आना-जाना तो दूर एक-दूसरे के पास खड़े होने से भी गुरेज कर रहे थे।

ऐसे में उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए अपने ग्राहकों को सैलून की अलग-अलग सर्विस के बारे में बताना शुरू किया। उन्होंने बताया कि किस तरह से पूरा स्टाफ बहुत ही सुरक्षित तरीके से और सरकार की हर एक गाइडलाइन का पालन करते हुए अपनी सेवाओं दे रहे हैं। साथ ही यह भी बताया कि किसी को भी अपने घर से निकलने की जरूरत नहीं। बल्कि उनके कर्मचारी घर पर ही आकर अपनी सर्विस देते हैं। ऐसे में उनके पुराने ग्राहकों नेर फिर से अपना प्या और विश्वास दिखाया। जिससे धीरे-धीरे गाड़ी पटरी पर आनी शुरू हुई। मगर इस दौरान उनके पास यह भी चुनौती थी कि केवल ग्राहक ही नहीं बल्कि अपने पूरे स्टाफ की सुरक्षा का भी ध्यान रखना है। इसलिए सरकार की ओर से जारी हर एक गाइडलाइन का बड़े अच्छे से पालन किया गया।

ग्राहकों के विश्वास से आत्मविश्वास भी बड़ा
जतिन गांधी ने बताया कि ग्राहकों ने उन पर अपना पूरा विश्वास और प्यार दिखाया। ग्राहकों ने अपने सुझाव भी देने शुरू किए। जिससे पूरे कारोबार को फिर से पटरी पर लेकर आए। ग्राहकों के दिखाए इस विश्वास से न केवल कारोबार पहले की तरह चलना शुरू हुआ। बल्कि उनका खुद का भी आत्मविश्वास बहुत बढ़ गया। उनके ग्राहक उनके परिवार की तरह है और वह कभी भी उनका अहसान नहीं भूल सकते हैं।

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