किराया कम होते ही बीआरटीएस में बढ़े यात्री, आटो चालक सकते में
बस रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम की बसों का किराया न्यूनतम पांच रुपये व अधिक 10 रुपये करने के तुरंत बाद ही बसों में इसका सीधा असर दिखना शुरू हो गया है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : पंजाब मेट्रो बस सोसायटी की ओर से बस रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम (बीआरटीएस) की बसों का किराया न्यूनतम पांच रुपये व अधिक 10 रुपये करने के तुरंत बाद ही बसों में इसका सीधा असर दिखना शुरू हो गया है। दो दिन पहले पहले किराए में कटौती होने पर बसों में यात्रियों की संख्या बढ़नी शुरू हो गई है। इस कारण एक दम से यात्रियों की संख्या में प्रतिदिन औसतन दस हजार तक इजाफा हो गया है। सीट नहीं भी मिलने पर यात्री बसों में खड़े होकर सफर करने को तैयार रहते हैं। इससे आटो चालकों को तगड़ा झटका लगा हुआ है। आटो चालकों ने अपना न्यूनतम किराया 20 रुपये तय कर रखा है।
यात्रियों का कहना है कि बस में सफर करना बेहद आरामदायक है। गर्मी के मौसम में पूरी तरह से एसी सफर मिल रहा है। वह भी बहुत ही कम किराए पर। इसी तरह बारिश होने पर भीगने से भी बचाव होता है। अब न्यूनतम किराया पांच रुपये और अधिकतम किराया दस रुपये करने से वह काफी खुश हैं। इसके अलावा बारहवीं तक के विद्यार्थियों को पूरी तरह से मुफ्त में सफर दिया जा रहा है। रोजाना संख्या 20 हजार थी, जोकि 30 के करीब पहुंची
रोजाना बीआरटीएस में सफर करने वाले लोगों की संख्या 15 से 20 हजार के करीब चल रही थी। मगर दो दिन पहले किराए कम होने की घोषणा के बाद यह संख्या अब बढ़ कर 25 से 30 हजार तक पहुंच गई है। गौर हो कि कुल 93 बसें है। इनमें 72 चल रही है। इनमें 300 के करीब कर्मचारी काम करते है।
आटो चालकों ने शुरू की बैठक
बसों का किराया कम होने पर दूसरी तरफ आटो चालक सकते में आ गए है। आटो चालकों ने फिक्स रेट 20 रुपये रखा हुआ है। इससे लोगों को इतने पैसे देते समय मुश्किल होती है। ऐसे में अब आटो यूनियन वालों ने भी अपनी मीटिग शुरू कर दी है और रेट तय करने पर विचार करना शुरू कर दिया है ताकि उनकी सवारियों में कमी न आए।