गुरु रामदास जी के प्रकाश पर्व पर लाखों श्रद्धालु श्री दरबार साहिब में नतमस्तक, रात को हुई भव्य आतिशबाजी

श्री हरिमंदिर साहिब में एसजीपीसी की ओर से श्री गुरु रामदास जी का प्रकाश पर्व श्रद्धा के साथ मनाया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 12:00 AM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 12:00 AM (IST)
गुरु रामदास जी के प्रकाश पर्व पर लाखों श्रद्धालु श्री दरबार साहिब में नतमस्तक, रात को हुई भव्य आतिशबाजी
गुरु रामदास जी के प्रकाश पर्व पर लाखों श्रद्धालु श्री दरबार साहिब में नतमस्तक, रात को हुई भव्य आतिशबाजी

जागरण संवाददाता, अमृतसर: श्री हरिमंदिर साहिब में एसजीपीसी की ओर से श्री गुरु रामदास जी का प्रकाश पर्व श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस मौके पर लाखों श्रद्धालु श्री हरिमंदिर साहिब में माथा टेकने के लिए पहुंचे। संगत ने हरिमंदिर साहिब के सरोवर में स्नान के बाद इलाही गुरबाणी का कीर्तन श्रवण किया और परिवार की सुख शांति व सरबत के भले के लिए अरदास की।

इससे पहले गुरुद्वारा मंजी साहिब दीवान हाल में अखंड पाठ के भोग डाले गए। इसके बाद अलग-अलग रागी व ढाडी जत्थों की ओर से संगत को गुरबाणी और गुरु घर के साथ जोड़ा गया। प्रकाश पर्व को मुख्य रखकर श्री हरिमंदिर साहिब, श्री अकाल तख्त साहिब व श्री अटल राय साहिब गुरुद्वारा में सुंदर जलौ सजाए गए जो संगत के आकर्षण का केंद्र रहे। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह, तख्त केसगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुबीर सिंह और एसजीपीसी की अध्यक्ष बीबी जगीर कौर समेत अलग-अलग पंथक प्रतिनिधि श्री हरिमंदिर साहिब माथा टेकने के लिए पहुंचे। उनको श्री हरिमंदिर साहिब के मुख्य ग्रंथी ज्ञानी जगतार की ओर से सिरोपा भेंट करके सम्मानित किया गया। इस दौरान अलग अलग संस्थाओं की ओर से संगत की सुविधा के लिए लंगर की व्यवस्थाएं की हुई थी। कवि दरबार में गुरु साहिब के जीवन से जुड़ी कविताएं पेश कीं

चौथे पातशाह के प्रकाश पर्व के अवसर पर मंजी साहिब दीवान हाल में आयोजित किए में कवि दरबार में पंथक कवियों की ओर से गुरु साहिब के जीवन से जुड़ी कविताएं पेश की गई। गुरबाणी पर आधारित राग कीर्तन पेश किए गए। राग दरबार के दौरान अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने संगत के साथ विचार साझा किए। संगत को चौथे पातशाह की शिक्षाओं के अनुसार जीवन जीने का संदेश दिया। इस अवसर पर एसजीपीसी के अलग अलग पदाधिकारी अजायब सिंह अभियासी, पूर्व जत्थेदार भाई रणजीत सिंह, पूर्व जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह, ज्ञानी मोहन सिंह, ज्ञानी जसविदर सिंह, एडवोकेट हरजिदर सिंह धामी, ज्ञानी बलविदर सिंह, महासचिव भगवंत सिंह सियालका, ज्ञानी जगतार सिंह लुधियाना, हरपाल सिंह जल्ला, रजिदर सिंह मेहता, मगविदर सिंह खापड़खेड़ी, कुलदीप सिंह तेड़ा, ज्ञानी मलकीयत सिंह, महिदर सिंह आहली, सुखदेव सिंह भूरा कोहना, प्रताप सिंह, सुखमिद सिंह, बाबा सिंह गुमानपुरा, बीबी गुरमीत कौर, डा सुखबीर सिंह, गुरमीत सिंह, हरजाप सिंह सुल्तानविड, सुखदेव सिंह भूरा कोहना, तेजिदर सिंह पड्डा आदि भी मौजूद थे। रात्रि को संगत ने की दीपमाला और चलाई गई आतिशबाजी

प्रकाश पर्व के अवसर पर संगत और एसजीपीसी की ओर से सूर्यास्त होने पर श्री हरिमंदिर साहिब में दीपमाला की गई। श्री हरिमंदिर साहिब परिसर में स्थित अलग-अलग गुरुद्वारों को विभिन्न तरह के फूलों और रंग-बरंगी लाइटों से सजाया गया था। रात को एसजीपीसी की ओर से भव्य आतिशबाजी हरिमंदिर साहिब परिसर में की गई। वहीं शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में इमारतों पर भी लडि़यां लगाकर रोशनी की गई थी। लोगों ने भी गुरु साहिब के प्रकाश पर्व पर घरों में दीपमाला की।

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