बिजली शोध एक्ट के खिलाफ किसानों ने घेरे बिजली घर, सौंपे ज्ञापन

बिजली शोध एक्ट-2020 के खिलाफ किसान-मजदूर संघर्ष कमेटी के आह्वान पर स्थानीय गुरवाली गेट स्थित सब डिवीजन कोट मित्त सिंह के बाहर किसानों ने रोष प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Jun 2020 07:29 PM (IST) Updated:Mon, 01 Jun 2020 08:12 PM (IST)
बिजली शोध एक्ट के खिलाफ किसानों ने घेरे बिजली घर, सौंपे ज्ञापन
बिजली शोध एक्ट के खिलाफ किसानों ने घेरे बिजली घर, सौंपे ज्ञापन

जागरण संवाददाता, अमृतसर : बिजली शोध एक्ट-2020 के खिलाफ किसान-मजदूर संघर्ष कमेटी के आह्वान पर स्थानीय गुरवाली गेट स्थित सब डिवीजन कोट मित्त सिंह के बाहर किसानों ने रोष प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी किसानों ने केंद्र व राज्य सरकार की कथित जन व किसान विरोधी बिजली नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की। बिजली शोध एक्ट को वापस लेने के खिलाफ प्रदर्शनकारी किसानों ने किसान नेता गुरबचन सिंह चब्बा के नेतृत्व में सब डिवीजन के अधिकारी को मुख्य मंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा।

किसान नेता गुरदेव सिंह, वरपाल सिंह, निशान सिंह और बीबी वीर कौर ने कहा कि बिजली शोध एक्ट-2020 को लागू करके सरकार बिजली के रेट में बहुत अधिक वृद्धि करने जा रही है। किसानों के ट्यूबवेल पर बिल लगाने की तैयारियां की जा रही है। किसानों व अनुसूचित जातियों के लोगों को मिलने वाली सुविधाएं इस एक्ट के तहत खत्म हो जाएंगी। बिजली विभाग का पूरी तरह निजीकरण करके इसको कॉरपोरेट घरानों को सौंप कर आम जनता के साथ लूट की जाएगी। इसके लिए पंजाब सरकार की ओर से केंद्र सरकार को प्रस्ताव पास करके भेज दिया है। उनकी मांग है कि घरेलू खप्तकारों को एक रुपये बिजली यूनिट के हिसाब से बिजली दी जाए। विभाग में ठेकेदारी सिस्टम खत्म किया जाए। किसानों-मजदूरों को मिलने वाली सब्सिडी बहाल की जाए। विभाग का पुराना बिजली बोर्ड वाला सिस्टम बहाल किया जाए। किसानों पर लॉकडाउन के दौरान दर्ज सारे मामले रद किए जाएं। इस दौरान किसान नेता काला सिंह, राजविंदर सिंह, कश्मीर सिंह, सिमरजीत कौर, लखबीर सिंह, अमरदीप कौर, सरूप सिंह व चरणजीत कौर आदि ने भी संबोधित किया।

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