किसानों के कहने पर नहीं खोली दुकानें बोले, दुकानदारों ने कहा प्रशासन के साथ
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर अलग-अलग किसान संगठनों के कार्यकर्ताओं ने महानगर में शनिवार को मिनी लाकडाउन के विरोध में दुकानें खुलवाने की कोशिश की।
जासं, अमृतसर: संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर अलग-अलग किसान संगठनों के कार्यकर्ताओं ने महानगर में शनिवार को मिनी लाकडाउन के विरोध में दुकानें खुलवाने की कोशिश की। किसान जत्थेबंदियों ने स्पीकर से अनाउसमेंट भी की, परंतु व्यापारियों और दुकानदारों ने उनकी बात नहीं मानी और प्रशासन के आदेशों का सहयोग किया। ऐसी ही स्थिति तरनतारन में भी देखने को मिली। वहां भी दुकानदारों ने प्रशासन का साथ दिया। शहर में कुछ स्थानों पर फोटो करवाने के लिए किसानों ने दुकानों के शटर खोलने की कोशिश की परंतु बाद में उन दुकानदारों ने दुकान का शटर गिरा दिया। पुलिस प्रशासन ने सारे शहर में जगह जगह पर नाके लगाकर सुरक्षा प्रबंध किए हुए थे। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह के आदेशों के बावजूद पुलिस ने दुकानें खुलवाने की कोशिश करने वाले किसी भी किसान नेता व कार्यकर्ता पर देर शाम तक कोई मामला दर्ज नहीं किया था।
सुबह भारतीय किसान यूनियन ग्रुप के कार्यकताओं ने किसान नेता परमिदर सिंह के नेतृत्व में मजीठा रोड़, फतेहगढ़ चूडियां रोड़ और हाल गेट एरिया में मार्च निकाल कर दुकानदारों को दुकानें खोलने की अपील की। मजीठा रोड पर कार्यकर्ताओं की ओर से एक एसीपी की गाड़ी रोक कर नारेबाजी की गई और कहा कि किसानों को दुकानें खुलवाने से रोका न जाए। आजाद किसान संघर्ष कमेटी के नेता हरजीत सिंह झीते के नेतृत्व में भाजपा के राज्यसभा सदस्य श्वेत मलिक के घर के बाहर से हाल गेट तक मार्च करके लोगों को दुकानें खोलने के लिए कहा। परंतु दुकानें नहीं खुली। किसान मजदूर सघर्ष कमेटी और किसान संघर्ष कमेटी के कार्यकर्ताओं ने सुल्तानविड रोड, तरनतारन रोड और चाटीविड एरिया में मार्च निकालकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। कमेटी पंजाब के नेता दिलबाग सिंह ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें लाकडाउन के नाम पर लोगों को गुमराह कर रही। लाकडाउन द्वारा दुकानें बंद करवा कर दुकानदारों का आर्थिक शोषण कर रही हैं। उधर अमृतसर करियाना एसोसिएशन के नेता रमन कुमार शर्मा, अमृतसर डीलर्स एसोशिएशन के कुलवंत राय ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते समूह कारोबारी और दुकानदार लोगों की और अपने पारिवारिक सदस्यों की सेहत की रक्षा को मुख्य रख सरकार और प्रशासन के साथ है।