अपने हक के लिए लड़ने की प्रेरणा दे गया 'इश्क है'
खालसा कालेज रंगमंच ने शनिवार को पंजाब नाटशाला के सहयोग से लेखक अजमेर सिंह औलख लिखित एवं इमेनुअल सिंह निर्देशित नाटक इश्क है का शानदार मंचन किया।
संवाद सहयोगी, अमृतसर : खालसा कालेज रंगमंच ने शनिवार को पंजाब नाटशाला के सहयोग से लेखक अजमेर सिंह औलख लिखित एवं इमेनुअल सिंह निर्देशित नाटक 'इश्क है' का शानदार मंचन किया। नाटक मूलरूप से अरबद नरबद धंधुकारा का ही दूसरा नाम है। यह नाटक पंजाब के प्रसिद्ध लोक नायक रांझा, पुन्नू, फरहाद, मिर्जा, मजनू की इश्क कहानी को नए अर्थ प्रदान करता है। नाटक में दिखाने की कोशिश की गई है कि किस तरह समाज ने इन सभी पात्रों को अन्याय के साथ लताड़ा था। नाटककार ने इन पात्रों के जरिए समाज से विद्रोह करते हुए उन्हें अपने हक खुद हासिल करने की शक्ति और चेतना प्रदान करने की कोशिश की है।
नाटक में गुरसाहब सिंह, अक्षदीप सिंह, विशाल अटवाल, सुनैहल कुमार, करणबीर सिंह, कुलजीत सिंह, राहुल, तेजबीर सिंह, हैरीसन, हरनीत सिंह, महिमा, सिमरनजीत कौर, किरणदीप कौर, कोमल, राजविदर कौर, लवलीन कौर, गगनदीप सैनी ने शानदार कला का प्रदर्शन किया। नाटक के अंत में शिरोमणि नाटककार जतिदर बराड़ ने पेशकारी देने वाले सभी कलाकारों को सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया। उन्होंने नाटक की शानदार पेशकारी के लिए कलाकारों को सराहा।
नाटक उधारा पति का मंचन 23 से
पंजाब नाटशाला के मैनेजर सुनील राणा ने जानकारी देते हुए बताया कि 23 और 24 अक्टूबर की शाम को दर्शकों के लिए नाटक 'उधारा पति' का मंचन किया जाएगा।